आवश्यकता ना होने पर बल्ब और पंखे बंद रखें -डा. पुष्पेंद्र सिंह विश्व ऊर्जा संरक्षण दिवस पर कराई पोस्टर प्रतियोगिता
गुरूवार को अयोजित कार्रक्रम में डा. पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि ऊर्जा के स्रोत दो प्रकार के होते हैं। नवीकरणीय तथा अनवीकरणीय ऊर्जा स्रोत। जिन्हें केवल एक बार प्रयोग किया जा सकता है उन्हें अनवीकरणीय ऊर्जा स्रोत कहते हैं जैसे कोयला, पेट्रोल, डीजल आदि। अगर समय रहते हम इनका संरक्षण नहीं करेंगे तो यह जल्द ही ये पृथ्वी से समाप्त हो जाएंगे। अतः हमें इनका प्रयोग कम करके ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत जैसे सौर ऊर्जा, वायु ऊर्जा, जल ऊर्जा आदि का प्रयोग करना चाहिए। फायरमैन एलआर शर्मा ने विद्यार्थियों को आग बुझाने के तरीकों के बारे में बताया तथा ट्रेनर आपदा प्रबंधन विभाग सचिंद्र सिंह ने विद्यार्थियों को विभिन्न आपदाओं के बारे में जानकारी दी। अंत में पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें विजयी प्रतिभागियों सुशील, गुंजन, रिचा, इशरत, रिया, लवली, ज्योति, आदर्श, पवन, चिंटू, साइन, भावना आदि को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण योद्धा एवं पर्यावरण प्रहरी टीम तथा स्काउट गाइड टीम एवं समस्त स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा। । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक रूद्र दत्त शर्मा ने की तथा संचालन डा. पुष्पेंद्र सिंह ने किया।
What's Your Reaction?