आपके फोन में है यह एप तो तुरंत करें डिलीट, मथुरा के शिक्षक गवां बैठे 52 लाख रुपये; इस तरह हुई ठगी
मथुरा के शिक्षक की जीवन भर की कमाई एक एप की वजह से चली गई। शेयर बाजार में दोगुना मुनाफे के झांसे में आकर शिक्षक ने एप डाउनलोड कर लिया। धोखाधड़ी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने साइबर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।

मथुरा (आरएनआई) शेयर बाजार में दोगुना मुनाफे के झांसे में आकर एक शिक्षक साइबर ठगी का शिकार हो गए। उन्होंने फेसबुक पर विज्ञापन देखकर हेमपा एप डाउनलोड किया। फिर प्राइमरी शेयर बाजार में निवेश के लिए ब्रोकर अकाउंट खोल लिया। तीन माह में उन्होंने 52 लाख रुपये निवेश कर दिए। मोटी रकम खाते में पहुंचने के बाद साइबर ठगों ने पीड़ित का ब्रोकर अकाउंट फ्रीज कर दिया। बाद में व्हाट्सएप ग्रुप पर मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया। धोखाधड़ी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने साइबर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हाईवे थाना क्षेत्र के गोवर्धन रोड स्थित वसुंधरा ब्यू निवासी अमित कुमार सरकारी शिक्षक हैं। वर्तमान में वह मांट ब्लॉक के नगला वैसला के प्राथमिक विद्यालय तैनात हैं। उन्होंने बताया है वह शेयर बाजार में डीमैट अकाउंट से निवेश करते थे। दिसंबर 2024 में उनके फेसबुक पर प्राइमरी बाजार में निवेश करने का विज्ञापन दिखा। विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद उनके व्हाट्सएप पर हेम सिक्युरिटी लि. कंपनी का लिंक आ गया। फिर व्हाट्सएप ग्रुप पर जॉइन होने के लिए कहा गया।
व्हाट्सएप ग्रुप पर ज्वाइंन करने के बाद कंपनी की तरफ से व्हाट्सएप चैट पर उन्हें एक महिला निवेश के लिए सलाह देने लगी। उसने अपना नाम एनी रोजरिया बताया। महिला सलाहकार की बातों में आकर उन्होंने प्राइमरी शेयर बाजार में निवेश के लिए ब्रोकर अकाउंट खोल लिया। फिर महिला ने शिक्षक को गूगल पर एक फॉर्म भरने के लिए दिया। फॉर्म फिल होने के बाद इंतजार करने के लिए कह दिया। इसी बीच शिक्षक ने कंपनी के बारे में जानकारी जुटाई।
उन्होंने पाया कि यह कंपनी 1999 में सेवी द्वारा रजिस्टर की गई है। इसके बाद कंपनी पर उन्हें पूर्ण भरोसा हो गया। कुछ दिन बीतने के बाद महिला ने उनके मोबाइल पर हेमपा एप डाउनलोड करा दिया। फिर शिक्षक ने 8 जनवरी से प्राइमरी बाजार में 1.50 लाख रुपये से निवेश शुरू कर दिया। 15 दिन बाद यह रकम दोगुना हो गई। फिर 23 जनवरी को उनके अकाउंट पर डेंटा वाटर एंड इंफ्रा सॉल्यूशंस लि. कंपनी का आईपीओ आया।
महिला सलाहकार ने बातों में लेकर शिक्षक से 19.50 रुपये निवेश करा दिए। इसी तरह महिला सलाहकार ने शिक्षक से कई बार में 51.91 लाख रुपये निवेश करा दिए। कुछ दिन बाद यह रकम दोगुना मुनाफे के साथ अकाउंट में एक करोड़ रुपये दिखने लगी। इतनी मोटी रकम देखने के बाद पीड़ित गदगद होने लगे। उन्होंने 10 फरवरी को इस रकम को निकालने का प्रयास किया, लेकिन रकम नहीं निकली। कंपनी ने उनका खाता फ्रीज कर दिया।
संदेह होने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत महिला सलाहकार से की तो उसने बताया है कि कंपनी पर इनकम टैक्स की रेड पड़ी है। इसके बाद एक करोड़ रुपये पर 20 फीसदी टैक्स का हवाला देकर महिला ने शिक्षक को व्हाट्सएप ग्रुप पर ब्लॉक कर दिया। 14 फरवरी को पीड़ित ने सिक्युरिटी लि. कंपनी से संपर्क किया। कंपनी प्रबंधन ने अपनी कंपनी में 51.91 लाख रुपये निवेश होने से इन्कार कर दिया। शिक्षक से कहा कि साइबर ठगों ने कंपनी की फर्जी आईडी बनाकर ठगी कर ली है। उन्होंने साइबर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित की शिकायत के बाद कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
साइबर थाना प्रभारी छोटेलाल ने बताया है पीड़ित द्वारा 15 फरवरी को साइबर पोर्टल पर शिकायत करने के बाद पुलिस ने ब्रोकर अकाउंट से 9 लाख रुपये होल्ड करा लिए हैं। ये रकम इसी सप्हात पीड़ित के खाते में आ सकी है। वहीं मामले की जांच की जा रही है। जल्दी ही पूरी रकम वापस कराने का प्रयास किया जाएगा।
- मोबाइल में किसी भी एप्लिकेशन को ऑफिशियल स्टोर से डाउनलोड करें।
-एप्लिकेशन की रेटिंग और रिव्यू जरूर चेक करें।
-एप्लिकेशन के परमिशन की जांच करना भी जरूरी है।
-अपने मोबाइल में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल अवश्य करें।
-अपने मोबाइल को नियमित रूप से अपडेट करें।
-फेसबुक व इस्टाग्राम के किसी भी विज्ञापन पर क्लिक न करें।
-किसी भी वेबसाइट पर जानकारी साझा करने से पहले जांच करें।
-ठगी होने पर तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना दें।
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