आधी रात प्रशासन ने पकड़े रेत परिवहन करते एक दर्जन से ऊपर डंपर, माफियाओं में मचा हड़कंप, टोकन सिस्टम था लागू
शिवपुरी। आधी रात को शिवपुरी प्रशासन ने रेत माफियाओं पर बड़ी कार्यवाही को अंजाम देते हुए प्रशासन ने करैरा अनुविभाग क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन व परिवहन पर रविवार-सोमवार की रात्रि लगभग 1 बजे पुलिस व प्रशासन की टीम ने कार्रवाई कर 1दर्जन से ऊपर डंपर पकड़े हैं। देर रात हुई इस कार्रवाई से रेत माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। टीम ने डंपरों को रोका उस समय कई चालक कार्रवाई से बचने के लिए रात के अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गए।
रेत से भरे सभी डंपर शिवपुरी व गुना भेजे जा रहे थे। पुलिस व प्रशासन ने इन सभी डंपरों को जब्त कर करैरा, अमोला, सीहोर सहित सुरवाया थाने में खड़े करवा लिए हैं। रेत से भरे जिन डंपरों को जब्त किया है, उनमें से किसी भी डंपर के पास रॉयल्टी नहीं थी। टोकन मामले की जांच पुलिस कर रही है।
जिला प्रशासन की संयुक्त टीम का नेतृत्व एडिशनल एसपी प्रवीण भूरिया व एडीएम विवेक रघुवंशी कर रहे थे।
टोकन एक तरह की फर्जी रॉयल्टी होती है, जो रेत माफिया शासन के राजस्व की चोरी करने के लिए डंपरों को देते हैं। जिसके एवज में माफिया पुलिस, राजस्व व माइनिंग विभाग को नजराना प्रथा के चलते खुश किए रहते हैं और शासन की गुल्लक को चपत लगाते हैं।
करैरा क्षेत्र से निकलने वाली सिंध व महुअर नदी का सीना छलनी कर रेत माफिया बड़े पैमाने पर रेत की निकासी कर रहा है। रेत निकालने के लिए माफिया एलएनटी, पनडुब्बी, जेसीबी और अन्य उपकरणों का उपयोग करता है। रेत खदानों से अवैध रेत निकालने का काम रात के समय होता है। रात 8 बजे के बाद से रेत माफिया के गुर्गे हथियारों से लैस होकर रेत खदानों में धावा बोलते है और पूरी रात रेत की निकासी करते है।
जिला पुलिस व प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई इतनी गोपनीय थी कि संबंधित पुलिस थानों व स्थानीय प्रशासन और माइनिंग विभाग को भी इसकी सूचना नहीं दी गई थी। टीम में आए सभी कर्मचारियों को भी दबिश देने की कहकर लाया गया था।
बेहद चोकाने बाली खबर यह भी है कि पड़ोसी जिले से अवैध परिवहन कर रेत माफिया गुना जिले में प्रतिदिन डंपर लाकर विक्रय कर रहे,जिसे प्रशासन और पुलिस नही पकड़ती है। प्रशासन मामले में हमेशा पाक साफ बना रहता है, हां इनकी लाखो की अवैध वसूली से जरूर अफसरों के खर्चे जरूर उठाए जाने की जन चर्चाए है।
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