आदिवासी नाबालिग लड़की मोरबी से अगवा होने के बाद दिल्ली पुलिस ने की बरामद
गुना। पिछले तीन महीने पूर्व बमोरी विधानसभा के सिरसी थाने अंतर्गत सानोरा ग्राम के मुकेश आदिवासी मजदूरी के लिए अपने परिवार को लेकर गुजरात के मोरबी गए थे,जहाँ मजदूरी के दौरान अज्ञात लोगों ने नाबालिग को अगवा कर लिया। अगवा होने के वाद पीड़ित परिवार ने मोरबी पुलिस को शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन बढ़ती बच्ची के गायब होने व परेशानियों के चलते मुकेश परिवार के चलते गुना के अपने ग्राम लौट आए और सिरसी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के प्रयास किए। लेकिन थाने में रिपोर्ट दर्ज नही हुई।
नाबालिग़ लड़की के गायब होने की जानकारी जैसी ही अदिबासियो के लिए संघर्ष करने वाले मजदूर संघ के विभाग प्रमुख धर्मस्वरूप भार्गब को मिली तो वे पीड़ित परिवार को लेकर पुलिस अधीक्षक ओर कलेक्टर गुना से मिले तथा पूरे मामले से अवगत कराया।
नाबालिग लड़की के अगवा किए जाने में किसी अनहोनी घटना को लेकर इस संबंध में भारतीय मजदूर संघ का प्रतिनिधिमंडल में विभाग प्रमुख धर्मस्वरूप भार्गव जिलाध्यक्ष सोनपाल यादव विधि सलाहकार शिव चरण दुबे एवं गायब आदिवासी बच्ची के माता-पिता भाई के साथ कर्मकार मंडल के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा हेमंत तिवारी एवं प्रवासी आयोग के सदस्य विनोद रिछारिया को जानकारी दी गई।
वही बमोरी विधानसभा के विधायक व मप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के प्रवास के दौरान धनबाड़ी शिविर के समय लड़की के परिजनों ने पंचायत मंत्री संजू भैया से भी मदद व लड़की को सकुशल बरामद कराने का निवेदन किया था।उन्होंने भी तत्काल ही कलेक्टर ओर एसपी को निर्देश देकर लड़की को सकुशल बरामद किए जाने निर्देश दिए।
वही बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने 16 वर्षीय नाबालिग लड़की को बरामद करते हुए गुना पुलिस को सुपुर्द कर दिया है जो अब अपने घर पर है।
सुविग जानकार बताते है कि लड़की के परसों गुना आने के बाद आज बुधवार को उसके गुना पुलिस द्वारा व्यान लिए जा सकते है। लेकिन नाबालिग को अगवा किए जाने में जो अपराधी है वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है। भाई साहब गुना जिले से अगवा की गई लता आदिवासी उम्र 16 वर्ष को दिल्ली पुलिस के सहयोग से गुना वापसी हो गई है अपराधी पकड़ से बाहर है। परिवार से जुड़े सूत्रों ने नाम न छापने कि शर्त पर बताया कि नाबालिग लड़की को अगवा करने के वाद उसे उत्तरप्रदेश में दैहिक शोषण करते हुए रखकर वाद में दिल्ली ले जाया गया जहां भी दैहिक शोषण किया गया।
मजदूर संघ के धर्मस्वरूप भार्गब ने बताया कि पहिले भी दो नाबालिग लडकिया बमोरी क्षेत्र से मजदूरी के लिए गई उसी दौरान उनको अगवा कर लिया,जिसकी पुलिस शिकायत ओर राजनीतिक दवाब के चलते महाराष्ट्र के पालघर से बरामद किया था, जिन्हें मुंबई में बेचने की तैयारी थी। श्री भार्गव का कहना है इस मामले में सिरसी थाना में पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट में लापरवाही बरती नही तो लड़की समय पर बरामद हो जाती। उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, कर्मकार मंडल के अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री दर्जा हेमंत तिवारी एवं प्रवासी आयोग के सदस्य विनोद रिछारिया के साथ आयोग को शिकायत करने व गुहार लगाने के बाद भी गुना पुलिस व प्रशासन निष्क्रिय बना रहा है। वो तो दिल्ली पुलिस ने नाबालिग लड़की को बरामद कर लिया नही तो उसका अंजाम उसे जिंदगी भर भुगतना पड़ता।
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