आदिवासी छात्रावास में रह रहे बच्चों ने गेंहू साफ किए और रोटी बनाई
डिप्टी कलेक्टर जांच के लिए ग्राम गोंदरी के आदिवासी बालक छात्रावास भेजा था। डिप्टी कलेक्टर ने बच्चों से पूछताछ कर जांच की तो वीडियो सही पाया गया। इसके बाद छात्रावास अधीक्षक दिनेश भार्गव को निलंबित कर दिया गया।
बुरहानपुर (आरएनआई) मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के आदिवासी अंचल खकनार ब्लाक के एक आदिवासी बालक छात्रावास में रह कर पढ़ाई कर रहे बच्चों से घरेलू काम कराने का मामला सामने आया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। वीडियो कलेक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने डिप्टी कलेक्टर को मामले की जांच के लिए छात्रावास भेजा। मामला सही पाए जाने पर छात्रावास अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
बुरहानपुर जिले के खकनार ब्लाक के गोंदरी गांव में स्थित आदिवासी बालक छात्रावास में रह रहे बच्चों से पढ़ाई की जगह छात्रावास की रसोई से जुड़े काम कराए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में छात्रावास के बच्चों से भोजन के लिए आवंटित गेहूं चुनने और छानने का काम कराया जा रहा है। बच्चों से आटा गुंथवाया जा रहा है, और उनसे रोटी भी बनवाई जा रही है। बता दें कि सरकारी छात्रावासों में सरकार बच्चों को रहकर पढ़ाई करने की सुविधा देती है। यहां उनके नाश्ते से लेकर भोजन बनाने के लिए कर्मचारी की नियुक्ति भी की जाती है ।
जिले के आदिवासी विकास विभाग की अधिकारी स्वर्णा खर्चे ने बताया कि मामले की जानकारी जिला कलेक्टर भव्या मित्तल को मिलते ही उन्होंने डिप्टी कलेक्टर दिलीप पाटीदार को वायरल वीडियो की सत्यता जांचने के लिए ग्राम गोंदरी के आदिवासी बालक छात्रावास भेजा था। डिप्टी कलेक्टर ने बच्चों से पूछताछ कर जांच की तो वीडियो सही पाया गया। छात्रावास अधीक्षक दिनेश भार्गव को निलंबित कर जांच शुरू कर दी गई है। जिलेभर के सभी छात्रावासों के अधीक्षकों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे बच्चों से कोई भी काम नहीं कराएं। शिकायत मिलने पर छात्रावास अधीक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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