आदिवासियों के साथ झूमे ज्योतिरादित्य सिंधिया
आदिवासी समाज के सम्मेलन में हुए शामिल; बोले- आदिवासियों का इतिहास गौरवशाली
गुना। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को गुना के सिमरोद गांव पहुंचे। यहां उन्होंने आदिवासी सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान वह आदिवासी समाज के साथ उनका पारंपरिक नृत्य करते हुए नजर आए। सिंधिया ने काफी देर तक उनकी ताल से ताल मिलाई। वह आदिवासियों के साथ झूमते हुए नजर आए। उन्होंने आदिवासियों के इतिहास को भारत का गौरवशाली इतिहास बताया।
बता दें कि भाजपा सरकार का आदिवासियों पर ज्यादा फोकस है। आदिवासियों के साथ हो रहे उत्पीड़न के मामलों को सरकार गंभीरता से ले रही है। पिछले दिनों सीधी में सामने आए आदिवासी व्यक्ति के मामले में सरकार ने ताबड़तोड़ कार्यवाई की। पड़ोसी शिवपुरी जिले की घटना पर भी सरकार ने तत्काल एक्शन लिया। इस तरह सरकार लगातार यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि वह आदिवासियों के साथ खडी है। खुद मुख्यमंत्री सहित भाजपा के तमाम नेता आदिवासियों के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं।
इसी क्रम में केंद्रीय नागर विमानन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को बमोरी विधानसभा के सिमरोद गांव में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में शामिल हुए। वह लगभग डेढ़ घंटे की देरी से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदिवासियों के इतिहास को भारत का गौरवशाली इतिहास बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आदिवासी समाज के विकास, उनकी प्रगति और राष्ट्र के योगदान में उनको आगे लाकर कार्य करने का संकल्प लेकर एक-एक भाजपा कार्यकर्ता संकल्पित है। भगवान बिरसा मुंडा, जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाता है। कांग्रेस ने 60 वर्ष राज किया, लेकिन आदिवासियों की सुध नहीं ली। उनका केवल शोषण हुआ। आज आदिवासी को उभारने का काम प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान सिंधिया भी आदिवासी समाज के साथ डांस करते नजर आए। मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम चल रहा था। उसी में आदिवासी समाज की एक नृत्य प्रस्तुति थी। सिंधिया भी इस दौरान वहां पहुंचे और आदिवासियों के साथ डांस किया।
बता दें कि बमोरी विधानसभा प्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की विधानसभा है। पिछले कुछ समय से यह सुगबुगाहट है कि आदिवासी समाज में सरकार के प्रति नाराजगी है। वहीं इस इलाके में पिछले कुछ समय से जयस भी एक्टिव हुआ है। बमोरी इलाके में हुई एक महिला को जिंदा जलाने की घटना के बाद जयस ने यहां बड़ा आंदोलन किया था। हालांकि, पंचायत मंत्री आदिवासियों की नाराजगी की बात को नकारते हैं।
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