आज पुडुचेरी में दस्तक देगा 'फेंगल', 90 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
नई दिल्ली (आरएनआई) देशभर में एक ओर जहां ठंड पैर पसार रही है। दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी में बना एक डिप्रेशन फेंगल नामक चक्रवाती तूफान का रूप लेने जा रहा है। कहा जा रहा कि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान फेंगल शनिवार दोपहर पुडुचेरी के पास तट से टकरा सकता है। इससे पहले ही फेंगल के असर से मौसम बदलने लगा है। इसके कारण समुद्री तट पर उथल-पुथल साफ तौर पर देखने को मिल रही है। तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। समुद्र में ऊंची लहरें उठने लगी हैं। मौसम विभाग ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। मौसम विभाग के मुताबिक फेंगल के असर के कारण हवाओं की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।
चेन्नई में भारी बारिश के कारण शहर भर में 134 जगहों पर जलभराव हो गया। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने रुके हुए पानी को निकालने के लिए 1,686 मोटर पंप तैनात किए हैं। पुडुचेरी के एसएसपी कलैवानन कहते हैं, हम मछुआरों और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को भी सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मछुआरे समुद्र में नहीं जा रहे हैं। कल रात से हमने सभी समुद्र तटों को बंद कर दिया है। हमने पुडुचेरी के सभी समुद्र तटों पर लगभग 300 कर्मियों को तैनात किया है और हम एनडीआरएफ के साथ भी समन्वय कर रहे हैं।
चेन्नई में खराब मौसम की स्थिति के कारण, उड़ानों का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। साथ ही कुछ उड़ानें रद्द भी हो सकती हैं। इंडिगो एयरलाइन ने यात्रियों से फ्लाइट के स्टेटस देखने के लिए अपनी वेबसाइट से जानकारी की बात कही है। कंपनी ने कहा कि फ्लाइट कैंसल होने की स्थिति में कंपनी के वेबसाइट पर जाकर रिफंड का ऑप्शन चुन सकते हैं। इसके अलावा अपनी सुविधानुसार वैकल्पिक उड़ान बुक कर सकते हैं।
'फेंगल' के प्रभाव से भारी बारिश के कारण चेन्नई के शोलिंगनल्लूर ओल्ड महाबलीपुरम रोड पर जलभराव देखने को मिल रहा है।
इस तूफान का नाम 'फेंगल' सऊदी अरब की तरफ से प्रस्तावित किया गया है। यह एक अरबी शब्द है, जो भाषाई परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का मिश्रण है। यह शब्द वर्ल्ड मीटियोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (UNESCAP) के नामकरण पैनल में क्षेत्रीय विविधता को दर्शाता है।
चक्रवातों के नामों का चयन करते समय यह सुनिश्चित किया जाता है कि नामों का उच्चारण आसान हो, वे याद रखने में सरल हों, और सांस्कृतिक रूप से निष्पक्ष हों। यह ध्यान रखा जाता है कि नाम ऐसे हों जिनसे अलग-अलग क्षेत्रों और भाषाओं के बीच कोई विवाद पैदा न हो या किसी का अपमान न हो।
तमिलनाडु सरकार ने 30 नवंबर को घर से बाहर नहीं निकलने का आग्रह किया है। शैक्षणिक संस्थानों में शनिवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है। आईटी कंपनियों से अपने कर्मचारियों से घर से ही काम लेने को कहा गया है। जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर के बाद तट के करीब ईस्ट कोस्ट रोड और ओल्ड महाबलीपुरम रोड पर सार्वजनिक परिवहन निलंबित कर दिया गया है। राज्य के विभिन्न जिलों में 2,229 राहत शिविर बनाए गए हैं। अब तक, 164 परिवारों के कुल 471 लोगों को तिरुवरूर और नागपट्टिनम जिलों के छह राहत केंद्रों में रखा गया है।
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