श्रीराम कथा के प्रथम दिवस आचार्य पुंडरीक गोस्वामी की कथा सुनने 90 हजार वर्गफुट का पंडाल खचाखच भरा
गुना। गौडेश्वर वैष्णवाचार्य पूज्य आचार्य पुंडरीक गोस्वामी जी के मुखारबिंद से श्रीराम कथा सुनने के लिए महिला पुरुष श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पंडाल ने महिला पुरुषों के अलग अलग बैठने की व्यवस्था की गई है।
कथा श्रवण में गर्मी व्यवधान न डाले इसे ध्यान में रखकर आयोजकों ने पूरे पंडाल में केवड़े की खुशबू के पानी के फव्वारे और पंखों की व्यवस्था की है, इस कारण गर्मी महसूस नहीं हो रही। मंच पर बैठे कथावाचक और कार्यक्रम को पंडाल के अंतिम छोर की अंतिम की पंक्ति में बैठे लोग भी देख सुन सकें इसे ध्यान में रखकर दस डिस्प्ले बोर्ड (स्क्रीन) लगाए गए हैं।
सारी व्यवस्थाएं गुना में अभी तक आयोजित हुए बड़े कार्यक्रमों से बढ़कर हैं। कार्यक्रम का मुख्य स्टेज अत्यंत भव्य है। लाइटिंग की व्यवस्था भी उम्दा है। इसके अलावा पूरा आयोजन कुछ ऐसे चल रहा है जैसे कोई दैवीय शक्ति इसका संचालन कर रही हो। पहली बार इतने समीप से श्रीराम कथा सुनने का सौभाग्य मिलना मेरे लिए भी अविस्मरणीय है।
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