आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने निकाली बड़ी रैली
शासकीय कर्मचारी घोषित करने की मांग; 4 हजार से ज्यादा के शामिल होने का दावा
गुना। महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, पर्यवेक्षक, सुपरवाइजर ने सोमवार को बड़ा प्रदर्शन किया। संयुक्त मोर्चा के तहत हजारों महिलाओं ने रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिये वेतन बढ़ाने सहित परमानेंट करने की मांग रखी गयी।
सोमवार को बाद संख्या में महिलाएं जज्जी बस स्टैंड परिसर पर एकत्रित हुईं। यहां से रैली शुरू हुई जो तेलघानी, हनुमान चौराहा होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंची। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले रैली और प्रदर्शन का आयोजन हुआ। कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपनी मांगों संबंधी ज्ञापन प्रशासन को सौंपा गया। ज्ञापन के जरिये मांग की गई कि परियोजना अधिकारियों की ग्रेड-पे 3600 रूपए से बढ़ाकर 4800 रूपए किया जाये। वर्तमान में देश के अन्य राज्यों में सबसे कम एवं विकाखण्ड स्तरीय समकक्ष अधिकारियों में सबसे कम ग्रेड-पे परियोजना अधिकारियों का है। प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों की वेतन विसंगति एवं पदोन्नति संबंधी माग विगत 25 वर्षो से शासन स्तर पर लंबित है, जिसका विभाग द्वारा कोई निराकरण नहीं किया गया है, जिससे प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों में बेहद निराशा एवं गंभीर आक्रोश है।
पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों ने अपनी मांगों के संबंध में शासन से निवेदन करने हेतु संयुक्तमोर्चा का गठन किया है। प्रदेश के परियोजना अधिकारियों, पर्यवेक्षकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं / सहायिकाओं की लंबित महत्वपूर्ण मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की गई है। आआंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका यूनियन की पदाधिकारी ने बताया कि प्रमुख मांग है कि उन्हें शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। न्यूनतम वेतन लागू किया जाए।
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