अंधे कत्ल का खुलासा, अवैध संबंधों के चलते ममेरे भाई ने मृतक की पत्नी के साथ मिलकर रची हत्या की साजिश, दोनों गिरफ्तार

Sep 9, 2024 - 22:27
Sep 9, 2024 - 22:28
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अंधे कत्ल का खुलासा, अवैध संबंधों के चलते ममेरे भाई ने मृतक की पत्नी के साथ मिलकर रची हत्या की साजिश, दोनों गिरफ्तार

ग्वालियर (आरएनआई) पति पत्नी के बीच के विश्वास को तार तार कर एक पत्नी ने अपने ही पति की हत्या की साजिश रच डाली और उसमें साथ दिया पति के ममेरे बड़े भाई ने यानि जेठ ने, पति से छुटकारा पाने की वजह उसका अनपढ़ और सीधा साधा होना थी, पत्नी एडवांस आदमी चाहती थी, उसने ममेरे जेठ के साथ अवैध संबध बनाये और अग्नि के साथ लिए सात फेरों के संबंध को तार तार कर अपने ही पति की हत्या करवा दी, पुलिस ने मुख्य आरोपी जेठ (मृतक का ममेरा भाई यानि मामा का लड़का ) और  मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल 5 सितम्बर को उटीला  थाना पुलिस को ग्राम भोगीपुरा में रोड किनारे खेत में बने कुए में एक युवक की लाश पड़ी होने की सूचना मिली थी, सूचना पर थाना उटीला के सउनि हरिओम शर्मा द्वारा मौके पर पहुंचकर युवक की लाश को कुए से बाहर निकलवाकर मर्ग की कार्यवाही की गई। प्रारम्भिक जांच में  पता चला कि युवक की हत्या  की गई है  क्योंकि हत्यारों ने मृतक के सिर में पत्थर से व्होट पहुंचाई थी और उसका शव कुए में डाल दिया था। मृतक की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने जिले के साथ ही आसपास के सभी जिलों को लाश मिलने की सूचना दी। पुलिस अधिकारियों के साथ एफएसएल टीम द्वारा भी घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। थाना प्रभारी उटीला द्वारा अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अप0क्र0 107/24 धारा 103(1), 238 बीएनएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

एसपी ने आरोपियों पर किया था इनाम घोषित 
घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राकेश कुमार सगर ने अंधेकत्ल का पर्दाफाश कर आरोपियों की गिरफ्तार करने के लिए निर्देशित किया गया और अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी पर 10 हजार का इनाम भी घोषित किया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एसडीओपी बेहट संतोष कुमार पटेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी उटीला शिवम राजावत के नेतृत्व में उक्त अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने हेतु लगाया गया और उटीला पुलिस की टीमें बनाकर आरोपी की तलाश हेतु आसपास के क्षेत्र के सीसीटीव्ही फुटेज चेक किये गये और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।

ऐसा बढ़ा पुलिस का शक 
थाना प्रभारी उटीला शिवम राजावत ने ई-रक्षक ऐप के माध्यम से थाना आलमपुर ज़िला भिंड में हुई गुमशुदगी में लिखे हुलिये के आधार पर बात की उसके बाद मृतक की पहचान महावीर शरण कौरव के रूप में हुई थी। मृतक के परिजनों की बताये अनुसार पता चला कि मृतक को उसके मामा का लड़का ग्वालियर लेकर गया था। सुरेंद्र कौरव की सीडीआर में घटना के समय से ही मृतक की पत्नी से बात होने के साक्ष्य मिलने पर ज्योति का मोबाइल देखा गया तो पूरी तरह से फ़ॉर्मेट था जिसपर पुलिस को शक हुआ और फिर हत्या व साज़िश की पूरी कहानी निकलकर आई।

मशक्कत के बाद पुलिस पहुंची आरोपी के नजदीक 
विवेचना के दौरान और तकनीकी सहायता के आधार पर पुलिस द्वारा एक संदिग्ध सुरेन्द्र सिंह कौरव निवासी मुरावली थाना दबोह को चिन्हित किया गया जो कि मृतक का ममेरा भाई है। पुलिस टीम द्वारा संदिग्ध की तलाश की गई जो अपने घर पर मौजूद नहीं मिला। पुलिस टीम आरोपी की तलाश में अयोध्या (उ.प्र.) पहुंची जहाँ श्रीरामजन्मभूमि तीर्थस्थल व आसपास के घाट एवं थाना कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में आरोपी की तलाश की गई। आरोपी के अयोध्या में नहीं मिलने पर पुलिस टीम अयोध्या से वापस आई और थाना उटीला के पास मोहनपुर हाइवे पर पहुँचते ही मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी व संदेही सुरेन्द्र कौरव को रनगवाँ तिराहा के पास स्थित यात्री प्रतीक्षालय के पास कही जाने की फिराक में खड़ा हुआ है। पुलिस टीम तत्काल मुखबिर के बताए अनुसार रनगवाँ तिराहा थाना बेहट पहुँचे तो मुखबिर के बताये हुलिया का एक व्यक्ति खड़ा दिखा जो पुलिस को अपनी ओर आता देख भागने लगा।

आरोपी ने स्वीकार किया अपराध 
पुलिस टीम ने फोर्स की मदद से अभिरक्षा में लेकर नाम पता पूछा तो अपना नाम सुरेन्द्र कौरव निवासी मुरावली थाना दबोह जिला भिण्ड का होना बताया। पकड़े गये संदिग्ध से उक्त हत्या के अपराध के सबंध में पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा मृतक महावीर शरण कौरव की उसकी पत्नी ज्योति कौरव के साथ आपराधिक षडयंत्र करते हुए घटना दिनांक को स्वयं मृतक की हत्या कर लाश को कुए में फेंकना बताया और घटना के समय स्वयं द्वारा पहने हुए कपड़े व मृतक का मोबाइल रतनगढ माता मंदिर रोड़ पर कहीं झाड़ियों में फेंकना बताया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया ।

अवैध संबध बनी हत्या की वजह 
पकड़े गये आरोपी से की गई पूछताछ के बाद हत्या की कड़ियां खुलना शुरू हो गई पुलिस ने जब पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि कुछ साल पहले उसकी पत्नी का कैंसर से देहांत हो गया था। उसके बाद उसकी नजदीकी मृतक की पत्नी से होने लगी और करीब डेढ़ साल से उसके संबंध मृतक की पत्नी से थे। कुछ दिन से मृतक को हम दोनों के प्रेम प्रसंग पर शक हो रहा था। घटना के दिन मृतक की पत्नी का कॉल उसके मोबाइल पर आया जिसे मृतक ने देख लिया था उसके बाद हम दोनों के बीच विवाद हो गया। इसी बीच आरोपी ने पत्थर पटककर उसकी हत्या कर दी। इसकी जानकारी मृतक की पत्नी को भी थी। हत्या की घटना में मृतक की पत्नी की संलिप्तता होने से पुलिस ने उसे भी हिरासत में ले लिया और हत्या की घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है। आरोपी को पुलिस रिमाण्ड पर लेकर घटना के समय उसके द्वारा पहने हुए कपड़े व मृतक का मोबाइल जो उसने रतनगढ माता मंदिर रोड़ पर कहीं झाड़ियों में फैका था, बरामद करने का प्रयास किया जाएगा।

ऐसा रहा पूरा घटनाक्रम 
जो कहानी सामने आई उसके मुताबिक 03 सितम्बर मंगलवार को मृतक की पत्नी ज्योति ने मामा के लड़के जेठ सुरेंद्र कौरव से कहा कि मेरे पति को जेल में मिलने के बहाने ले आओ। मृतक महावीर शरण कौरव को मामा का लड़का आरोपी सुरेंद्र कौरव ग्वालियर जेल में बंद हत्या के प्रयास के आरोपी से मिलने के लिये कहकर लाया था। मृतक की पत्नी गुड़ा गुडी के नाके में किराए से रहती थी लेकिन पति को घर में नहीं रुकने दिया इसलिए 03 सितम्बर की रात दोनों रेलवे स्टेशन के बाहर रुके थे उसके बाद 04 सितम्बर को केंद्रीय जेल में रिश्तेदार से मिलाई की। उसके बाद मृतक व आरोपी दोनों ग्वालियर से आलमपुर की ओर गये तभी मृतक बाइक चला रहा था और आरोपी पीछे बैठा था। उटीला के पास ज्योति का दो बार फ़ोन आरोपी के पास आया और बोली कि मेरे पति को मार दो। तभी भोगीपुरा के आगे सुनसान जगह पर छाया देखकर गाँजा पिलाने के बहाने कुएँ के पास चबूतरे में बैठा लिया। तभी मृतक ने पूँछा कि मेरी पत्नी का फ़ोन बार-बार तुम्हें क्यों आ रहा है तो दोनों की लड़ाई हुई और आरोपी ने पत्थर उठाकर हत्या के इरादे से सर पर मारा जिससे महावीर की मृत्यु हो गई और फिर लाश को छिपाने के लिए कुए में फ़ेक दिया। उसके बाद आरोपी ने ज्योति को फ़ोन लगाया तो उसने कहा कि नये कपड़े ले लो और मृतक का मोबाइल व खून लगे कपड़े कहीं छिपा दो। ज्योति ने कपड़े लेने के लिए फ़ोन पे भी किया और आरोपी को बोला कि मोटरसाइकिल गाँव के पास नहर के बम्मा में रख दो और 1000 रुपये भेजे हैं तुम अयोध्या चले जाओ ताकि कोई शक न करे। मृतक की पत्नी ज्योति को घटना की जानकारी होने के बाद पाँच घंटे बाद थाने में ससुर के साथ थाने जाकर गुमशुदगी दर्ज करवाई।

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