अवैध रूप से डिलीवरी कराने वाले अस्पतालों व स्थलों को चिन्हित कर करें कार्यवाही-सीडीओ
हाथरस (आरएनआई) जिलाधिकारी अर्चना वर्मा द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की जनपद स्तरीय मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में करते हुए मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कराने के निर्देश दिए।
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र ने पौथोलाजी में सहपऊ तथा महौ एवं जननी सुरक्षा योजना में सासनी और सहपऊ की प्रगति खराब होने पर अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए। जिन अस्पतालों तथा अन्य स्थलों में अवैध रूप से डिलीवरी कराई जा रही है उनको चिन्हित करते हुए संबधित के विरूद्ध चिकित्सकीय धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। जननी सुरक्षा योजना के तहत लंबित भुगतानों को तत्काल कराने के निर्देश दिए।उन्होंने टीकाकरण से छूटे बच्चों का टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने टीकाकरण के महत्व के संबंध में आम जनमानस को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टि क्षीणता नियंत्रण अभियान के तहत नेत्र रोगियों को चश्मा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत आशाओं के लम्बित भुगतानों तत्काल कराने एवं नियमित रूप से भुगतान कराने के साथ ही उनके द्वारा अतिरिक्त कार्यों हेतु देय अतिरिक्त भत्ते को ससमय दिये जाने के निर्देश दिए। गर्भवती महिलाओं के प्रथम/द्वतीय प्रसव के पूर्व और प्रसव उपरांत दिए जाने वाले लाभों के संबंध में आम जनमानस को जागरूक करने हेतु योजना के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार प्रसार कराने के निर्देश दिए। जिससे कि अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं को योजनाओं का लाभ दिया जा सके। आर.सी.एच. योजना में महौ, मुरसान, सिकन्द्राराऊ तथा सहपऊ की प्रगति खराब होने पर संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुये कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होनें अति कुपोषित तथा कुपोषित बच्चों को चिन्हित करते हुए एन.आर.सी. में भर्ती कराने के निर्देश दिए।
जिला स्वास्थ्य समिति के अंतर्गत आयोजित बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने ओ.पी.डी., आई.पी.डी., अल्ट्रासाउण्ड, एक्स-रे, पैथोलोजी, जननी सुरक्षा योजना/भुगतान, एफ.आर.यू., जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर.बी.एस.के.), परिवार नियोजन, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के संचालन, एम्बुलेंस 108, नेशनल एम्बुलेंस सेवा 102, पी.पी.पी. परियोजना, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड निर्माण, नियमित टीकाकरण, जन्म-मृत्यु पंजीकरण, पी.सी.पी.एन.डी.टी., मौसमी बीमारियां, संचारी रोग नियंत्रण अभियान, राष्ट्रीय कृमि मुक्त कार्यक्रम के साथ सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमो, योजनाओं तथा गतिविधियों की समीक्षा कर मुख्य चिकित्साधिकारी को विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर चिकित्साधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, एम.ओ.आई.सी.सहित अन्य संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
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