अयोध्या में ढांचा विध्वंस की 31वीं बरसी आज
अयोध्या में 31 साल पहले 1992 में आज के ही दिन विवादित ढांचे को ढहा दिया गया था। राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले इस दिन को हिंदू पक्ष शौर्य दिवस के रूप में मनाता था। वहीं मुस्लिम संगठन यौमे गम के कार्यक्रम करता था। अब ये सारे कार्यक्रम बंद हो चुके हैं।
अयोध्या (आरएनआई) विवादित ढांचे के विध्वंस की 31वीं बरसी पर 6 दिसंबर को अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। रामनगरी में के प्रवेश करने वाले रास्तों पर चेकिंग की जा रही है। इस बीच, मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम मंदिर के भूतल का निर्माण पूरा हो गया है। 22 जनवरी, 2024 को रामलला विराजमान हो जाएंगे। चूंकि अयोध्या में पहले भी आतंकी घटना हो चुकी है, ऐसे में सुरक्षा के मद्देनजर आज पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
जीआरपी ने रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान चलाया। पुलिस टीम ने रेलवे स्टेशन बस स्टेशन और सार्वजनिक स्थलों पर चेकिंग के साथ सुरक्षा बलों को तैनात कर रखा है। वाहनों की चेकिंग चौराहों पर हो रही है। एसपी सिटी के मुताबिक, हर साल की तरह आज सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर संदिग्ध लोगों और वाहनो को चेक किया जा रहा है। अभी तक कोई संदिग्ध व्यक्ति गिरफ्तार नहीं किया गया है।
गौरतलब है कि 6 दिसंबर, 1992 में विवादित ढांचे को ढहा दिया गया था। पूरे देश से लोग यहां जुटे थे। पहले 6 दिसंबर को हिंदू पक्ष शौर्य दिवस के रूप में मनाता था। इसी तरह मुस्लिम संगठन यौमे गम के कार्यक्रम करता था। पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मंदिर के पक्ष में आने के बाद ये सारे कार्यक्रम अब बंद हो चुके हैं।
Follow the RNI News channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2Xp81Z
What's Your Reaction?