अयोध्या को विश्व स्तरीय स्थल बनाने के लिए अधिकारी समन्वय से कार्य करें:मुख्य सचिव।
शहर के विकास के साथ-साथ मलिन बस्तियों के लिए ही विकास सम्बंधी कार्ययोजना बनाकर कार्य करें।
अयोध्या(आरएनआई)- उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अपने निर्धारित समय के अनुसार विगत दिवस अयोध्या आगमन हुआ तथा प्रातःकालीन अयोध्या के निर्माणाधीन विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया गया।
तदोपरांत श्री राम कथा संग्रहालय में अयोध्या विजन 2047 के कार्यो की समीक्षा की गयी। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी अधिकारी अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने के उद्देश्य से समन्वय से कार्य करें। मेरे द्वारा प्रत्येक माह इसकी समीक्षा की जायेगी। बैठक में उपस्थित शासन के प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपने-अपने विभाग के कार्यों को देखने का निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि अयोध्या के नगर के विकास के जो कार्य हो रही है उसके साथ साथ मलिन बस्तियों के विकास के लिए सूडा/डूडा कार्य योजना बनाकर नगर विकास के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही करें।
मुख्य सचिव के समक्ष बिन्दुवार प्रस्तुतीकरण आयुक्त अयोध्या गौरव दयाल द्वारा किया गया। मुख्य सचिव द्वारा आज प्रातः काल से विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया गया। उसके सम्बंधित कार्यो का भी समीक्षा बैठक में उल्लेख किया गया।समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव द्वारा प्राथमिकता तय करके निर्माण सम्बंधी कार्यो को बरसात के पूर्व पूरा करने के निर्देश दिये तथा कहा कि कार्यो के गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न हों सभी कार्यो को तक पूर्ण करने के निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि जनपद अयोध्या में आज की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव के समक्ष 98 क्रियात्मक परियोजनाओं जिसकी कुल लागत 21831 करोड़ है, जिसमें 31 कार्यकारी विभाग लगे है, समीक्षा बैठक में विवरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्रथम चरण में रामपथ सहादतगंज से नयाघाट, भक्ति पथ श्रृगार हाट से जन्मभूमि तक, जन्मभूमि पथ बिड़ला धर्मशाला से जन्मभूमि तक आदि की समीक्षा की गयी तथा मौके पर उपस्थित अभियन्ताओं से सम्बंधित कार्य को समय से पूरा करने के निर्देश दिये गये। इसके अलावा नयाघाट से साकेत पेट्रोल पम्प के मार्ग को भी और बेहतर बनाने तथा आम श्रद्वालुओं के प्रयोग हेतु बनाने के निर्देश दिये गये।
इसके अलावा अयोध्या बिल्हरिघाट मार्ग के चौड़ीकरण, अयोध्या बसखारी मार्ग, अयोध्या रायबरेली मार्ग, अयोध्या, सुल्तानपुर मार्ग आदि के बिन्दुओं पर गहन समीक्षा की गयी। अयोध्या विजन से सम्बंधित सभी कार्यो को गुणवत्ता के साथ समय से पूरा करने के निर्देश दिये गये।
कतिपय विभागों द्वारा विभाग के अधिकारियों द्वारा अपने कार्य पूर्ण के समय सीमा को स्वयं बदल दिया जाता है इस ओर मुख्य सचिव का ध्यान अयोध्या आयुक्त द्वारा आकृष्ट किया गया। इस पर मुख्य सचिव ने प्रमुख सचिव की उपस्थिति में निर्देश दिया कि अपने हिसाब से अधिकारीगण समय सीमा परिवर्तन न करें और बेहतर ढंग से समन्वय के साथ कार्यो को पूरा करें।
What's Your Reaction?