अमेरिका के डाक कर्मचारी ने की निवासियों से धोखाधड़ी
अदालत के आदेशानुसार, एक बैंक खाते से चार लाख डॉलर से अधिक जब्त किए गए। यह खाता मुचिम्बा का बताया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि शख्स ने धोखाधड़ी से कुल दस लाख डॉलर के करीब राशि जमा की, जो जब्त की गई राशि से दोगुनी से भी अधिक है।
वाशिंगटन। (आरएनआई) अमेरिका में एक बड़ी धोखाधड़ी सामने आई है। बताया जा रहा है कि यहां के संयुक्त राज्य डाक सेवा (यूएसपीएस) के एक कर्मचारी ने अमेरिकी मेल से 14 करोड़ से अधिक रुपये के चेक चुराकर अपने बैंक खातों में जमा कर दिए। बता दें, हचिकोसेला खोस मुचिम्बा ने 16 फरवरी, 2020 को फ्रेंडशिप पोस्ट ऑफिस स्टेशन पर यूएसपीएस में एक मेल वाहक के रूप में काम करना शुरू किया था। 31 जनवरी, 2021 तक उसने यही काम किया।
सिविल अदालत के आदेशानुसार, एक बैंक खाते से चार लाख डॉलर से अधिक यानी 3,30,98,160 रुपये जब्त किए गए है। यह खाता मुचिम्बा का बताया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि शख्स ने धोखाधड़ी से 14 करोड़ से अधिक राशि जमा की, जो जब्त की गई राशि से दोगुनी से भी अधिक है। जांचकर्ताओं ने 13 दिसंबर, 2021 तक लोगों से चुराए गए चेक की सूची बनाई है।
अदालत में दी गई याचिका के अनुसार, मुचिम्बा ने अमेरिकी ट्रेजरी से चेक में बदलाव किया और उन्हें मोबाइल ऐप के माध्यम से बैंक खातों में जमा करने से पहले अपना नाम और पता जोड़ा। बाद में अपने बैंक खातों में जमा करवा दिया। 29 मार्च को एक तलाशी वारंट जारी किए जाने के बाद, कानून प्रवर्तन ने ओल्नी, मैरीलैंड बैंक खाते में 3,30,98,160 रुपये से अधिक की जमा राशि की रसीदें भी बरामद कीं। वहीं, मेल और फंड के नुकसान में उसकी कथित संलिप्तता के कारण ऑफ-ड्यूटी (बिना वेतन) पर भेज दिया था।
मामला सामने तब आया, जब इस साल जनवरी में अमेरिका में एक डाक ग्राहक ने शिकायत दी की मेल पर किसी ने धोखाधड़ी से बात की और ट्रेजरी चेक चोरी कर लिया। उसी समय, पांच और चेकों को चुराया गया था। यह सभी चेक एक ही खाते में जमा कराए गए थे।
अधिकारियों ने मामला सामने आने पर जांच शुरू की। तीन जनवरी को एक डाक ग्राहक ने जांचकर्ताओं को 11 लाख रुपये से अधिक के अमेरिकी ट्रेजरी चेक की एक प्रति दी। इस पर हचिकोसेला खोसे मुचिम्बा के आदेश पर भुगतान लिखा गया था। असल में यह चेक ग्राहक के खाते में जमा होने थे, लेकिन कभी नहीं डाले गए। जबकि, पिछले साल सात सिंतबर में चेक दूसरे खाते में जमा किया गया था।
अभियोजकों का तर्क है कि मुचिम्बा पर शक तब हुआ, जब एक ग्राहक ने बदले हुए चेक पर नाम देखा। दरअसल, यह वहीं नाम और पता था, जो पिछले दिसंबर में मुचिम्बा द्वारा निवासियों को प्रदान किए गए अवकाश कार्ड से मेल खाता था।
याचिका में यह भी बताया गया है कि मुचिम्बा को एटीएम से 82 हजार रुपये से अधिक निकालते हुए सीसीटीवी में कैद किया गया है। तीन तस्वीरें सामने रखीं, जिसमें व्यक्ति अमेरिकी डाक सेवा के कपड़े पहने हुए दिखाई देता है जो आमतौर पर कर्मचारी पहनते हैं। बताया गया है कि मुचिम्बा ने उन खातों में लगभग 98 गलत तरीके से चेक जमा किए थे, जिनकी कुल कीमत 1,40,494202 से अधिक रुपये थी। इन गलत चेकों में से कम से कम 90 अमेरिकी ट्रेजरी चेक थे।
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