अभियान से 600 करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान
बाजार में दस रुपये से लेकर 200 रुपये तक के तिरंगे मिल रहे हैं। सड़कों के किनारे से लेकर छोटी-बड़ी दुकानों पर तिरंगों की बिक्री हो रही है। लोग अपने घरों-कार्यालयों और वाहनों पर तिरंगा लगाने के लिए इसकी खरीद कर रहे हैं।
भाजपा के 'हर घर तिरंगा अभियान' से बाजार में 600 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। पार्टी ने देश के हर नागरिक के घर पर तिरंगा लगाने की योजना बनाई है। केंद्र सरकार के मंत्रियों, भाजपा पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भी अपने-अपने इलाकों में लोगों के घरों पर तिरंगा लगाने का अनुरोध किया गया है। इससे बाजार में अचानक तिरंगे की मांग बहुत बढ़ गई है।
बाजार में दस रुपये से लेकर 200 रुपये तक के तिरंगे मिल रहे हैं। सड़कों के किनारे से लेकर छोटी-बड़ी दुकानों पर तिरंगों की बिक्री हो रही है। लोग अपने घरों-कार्यालयों और वाहनों पर तिरंगा लगाने के लिए इसकी खरीद कर रहे हैं। इससे बाजार में त्योहारों का सीजन शुरू होने से पहले ही रौनक आ गई है। व्यापारियों को इससे काफी लाभ होने का अनुमान है।
व्यापारियों की संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) का अनुमान है कि इस अभियान के कारण पूरे देश में तिरंगों की जबरदस्त बिक्री होगी और व्यापारियों, कपड़े के व्यवसायियों को लाभ होगा। यह लाभ 600 करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है।
अनुमान है कि अभियान के कारण तीन दिनों में पूरे देश में लगभग 35 करोड़ तिरंगे झंडों की बिक्री होगी जिससे लगभग 600 करोड़ रुपये का व्यापार होगा। कैट के अनुसार, पिछले वर्ष यह बिक्री लगभग 500 करोड़ रुपये थी। संस्था ने वर्तमान साल को स्वराज वर्ष घोषित किए जाने की मांग की है।
पूरे देश में कैट के झंडे तले देश के व्यापारी संगठन 4000 से अधिक तिरंगा कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें तिरंगा रैलियां, तिरंगा मार्च, तिरंगा गौरव यात्रा एवं स्वराज मार्च जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कैट नेता प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि हर घर तिरंगा से देश भर में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तरीके से लगभग 10 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।
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