अब जमेगा चुनावी रंग, भाजपा के बाद कांग्रेस के भी आठ प्रत्याशी मैदान में
हरियाणा में कांग्रेस ने आठ उम्मीदवार उतार दिए हैं। रोहतक से दीपेंद्र व हिसार से जेपी को टिकट मिला है। श्रुति चौधरी का टिकट कट गया है। भाजपा से आए बृजेंद्र सिंह को भी मौका नहीं मिला है। गुरुग्राम पर अभी भी पेच फंसा है।
चंडीगढ़ (आरएनआई) कांग्रेस ने वीरवार देर रात हरियाणा लोकसभा चुनाव के लिए नौ में से 8 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। अंबाला से मुलाना के विधायक वरुण चौधरी, सिरसा से पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, हिसार से पूर्व सांसद जयप्रकाश, करनाल से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा, रोहतक से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी, भिवानी-महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और फरीदाबाद से पूर्व कैबिनेट मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह को टिकट दी गई है।
गुरुग्राम सीट पर अभी भी अभिनेता राज बब्बर और पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बीच पेच फंसा हुआ है। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन से आप के सुशील गुप्ता मैदान में है।
कांग्रेस उम्मीदवारों की इस सूची में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट का दबदबा दिखा है। अधिकतर उम्मीदवार उनके करीबी हैं। कांग्रेस के टिकट के लिए 400 नेताओं ने आवेदन किया था। कांग्रेस ने हर लोकसभा सीट पर जातीय व क्षेत्रीय समीकरण को देखते हुए उम्मीदवार घोषित किए हैं।
इन आठ चेहरों में ब्राह्मण, पंजाबी, गुर्जर, ओबीसी, अहीर, एससी और जाट नेता हैं। रोहतक लोकसभा सीट पर पिछला चुनाव में मात्र सात हजार हजार वोटों से हारने वाले राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पर फिर से दांव लगाया है। दीपेंद्र के लिए उनके पिता व पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी काफी जोर लगा रहे थे।
उनके सामने भाजपा के मौजूदा सांसद अरविंद शर्मा हैं। इस सीट पर एक बार जाट-गैर जाट उम्मीदवारों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा। कांग्रेस ने भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से महेंद्रगढ़ के विधायक व अहीर बिरादरी से आने वाले राव दान सिंह पर दांव लगाया है।
इस सीट से पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी भी टिकट की दावेदार थी। यह पहली बार है जब बंसीलाल का परिवार चुनावी मैदान में नहीं होगा। राव का मुकाबला अब भाजपा सांसद व जाट बिरादरी से आने वाले चौधरी धर्मबीर से होगा। पार्टी का सबसे चौकाने वाला निर्णय हिसार सीट पर रहा। पार्टी हिसार से तीन बार के सांसद जयप्रकाश पर भरोसा जताया है। इस सीट से हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह टिकट के मुख्य दावेदार थे। कुछ समय पहले उनके पिता चौधरी बीरेंद्र सिंह भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं। इस सीट से इनेलो ने सुनैना चौटाला और जजपा ने नैना चौटाला को मैदान में उतारा है। हिसार में अब चारों ही जाट उम्मीदवार हैं।
सिरसा सुरक्षित सीट से पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा पर भरोसा जताया है। कुमारी सैलजा दो बार इसी सीट से सांसद रह चुकी हैं। सैलजा की यह पारंपरिक सीट रही है। उनके पिता भी चार बार सांसद रह चुके हैं। सैलजा का मुकाबला भाजपा के अशोक तंवर से होगा। पार्टी ने अंबाला लोकसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के बेटे व विधायक वरुण मुलाना को मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला भाजपा के स्व. सांसद रतन लाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया के साथ होगा।
कांग्रेस ने पूर्व सीएम मनोहर लाल के सामने पंजाबी बिरादरी के युवक कांग्रेस के अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा पर दांव खेला है। मनोहर लाल भी पंजाबी हैं। बुद्धिराजा भूपेंद्र सिंह हुड़्डा के नजदीकी माने जाते हैं। वह सीईटी और नौकारियों का मुद्दा काफी उठाते रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी महाराज को मैदान में उतारा है। वह हरिद्वार विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं। उनके सामने मोहन लाल बड़ौली हैं, जो ब्राह्मण हैं और सतपाल महाराज भी ब्राह्मण हैं। कांग्रेस ने सतपाल को उताकर जाट वोटों के सहारे मुकाबले को रोचक बना दिया है। कांग्रेस ने फरीदाबाद से पुराने दिग्गज नेता गुर्जर समुदाय से आने वाले महेंद्र प्रताप सिंह पर भरोसा जताया है।
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