अब काशी और मथुरा के नवनिर्माण से हिंदू राष्ट्र की स्थापना होगी : सर्व हिंदू समाज
मुजफ्फरपुर (आरएनआई) सर्व हिंदू समाज के तत्वाधान में छोटी सरैयागंज स्थित श्री नवयुवक समिति ट्रस्ट भवन के सभागार में बलिदानी कारसेवक संजय कुमार स्मृति समारोह का आयोजन आचार्य चंद्र किशोर पाराशर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ शहीद कारसेवक संजय कुमार के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया.
इस अवसर पर वक्ताओं ने संकल्प लिया कि संजय कुमार का सपना केवल राम जन्मभूमि का ही निर्माण नहीं बल्कि मथुरा और काशी का नवनिर्माण भी था. हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करके रहेंगे.
अपने संबोधन में सुंदरी देवी ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि के निर्माण के साथ भारत में राम राज्य की स्थापना हुई है। अब काशी और मथुरा के नवनिर्माण से हिंदू राष्ट्र की स्थापना होगी. वैभव मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि शौर्य दिवस का इतिहास स्याही से नहीं खून से लिखा गया है। इसलिए इस देश की नई पीढ़ी को याद रखना चाहिए कि शहीद कारसेवक संजय कुमार का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जाए। डॉक्टर साकेत शुभम ने कहा कि यह दुख की बात है कि हम अपने बलिदानों को भूलते जा रहे हैं। उन्होंने नई पीढ़ी से आह्वान किया के देश की रक्षा और हिंदू समाज की रक्षा के लिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी है उन्हें अनंत काल तक स्मृति में रखा जाए.
इस अवसर पर अमित कुमार मुनमुन ने कहा कि बलिदानी कारसेवक संजय कुमार के बलिदान पर उन्हें याद किया जाना ही पर्याप्त नहीं है। बल्कि उनके बलिदान को स्मरण में रखकर नए बलिदान के लिए नए ढंग से नई पंक्ति को सजाना भी आवश्यक है.
अपने अध्यक्षीय संबोधन में आचार्य चंद्र किशोर पाराशर ने कहा कि शौर्य दिवस पर कारसेवक बलिदानी संजय कुमार को स्मरण कर हम यह संदेश देना चाहते हैं कि हमें अगर अयोध्या के बाद मथुरा और काशी भी निर्विवाद रूप से नहीं दिया गया तो हम 3000 धर्मस्थलों पर अपना दावा प्रस्तुत करेंगे और इसके लिए संजय कुमार की तरह बलिदान देने को भी तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि शौर्य दिवस इस बात का प्रतीक है कि हिंदू समाज अपने धर्म और धर्मस्थल की रक्षा के लिए 500 वर्षों तक संघर्ष करने का साहस और संकल्प जीवित रखना है.
कार्यक्रम को अनिल कुमार, अंकित कुमार, राणा देवी, दयाल, शिवम कुमार, मनजीत कुमार, अरुण कुमार आदि ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम के अंत में वैभव मिश्र ने सदन के समक्ष एक प्रस्ताव रखा जिसमें कहा गया कि विगत दीपावली के दिन रामबाग के काली मंदिर में पूजा अर्चना को बाधित करने वाले आपत्तियों से संघर्ष करने वाले अविनाश साइ को आज पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाना सर्वदा अनुचित है। सदन ने सर्व समिति से पुलिस के इस शर्मनाक गतिविधि की आलोचना किया.
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