अपर जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में फाइलेरिया बूथ का किया उदघाटन   

Feb 11, 2023 - 00:36
Feb 11, 2023 - 01:15
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अपर जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में फाइलेरिया बूथ का किया उदघाटन   

शाहजहाँपुर (आनंद मोहन पांडे) फाइलेरिया उन्मूलन के लिए शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर शाहजहाँपुर में सर्वजन दवा सेवन ( एमडीए) कार्यक्रम की शुरूआत हुयी | कार्यक्रम का शुभारंम अपरजिलाधिकारी श्री त्रिभुवन ने स्वयं फाइलेरिया की दवा डी.ई.सी.और एल्बेंडाजोल खा कर किया | 

फाइलेरिया अभियान के शुभारंम पर स्वास्थ्य अधिकारियों सहित कई पत्रकारों ने भी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कर लोगो को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित किया | 

अपर जिलाधिकारी महोदय ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग फाइलेरिया की दवा अवश्य खाए ,जिससे हम सभी लोग इससे होने वाली बीमारी से बच सके ।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रोहताश कुमार ने बताया कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है । व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के लक्षण हाथ पैर की सूजन (हाथी पांव) व हाइड्रोशील (अंडकोष का सूजन) है। फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है, इसलिए जनमानस से अपील है कि एल्बेंडाजोल व डी0ई 0सी0 की एक खुराक का सेवन अवश्य करें l

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गोबिंद स्वर्णकार ने बताया की टीमें घर-घर जाकर दवा का सेवन अपने सामने कराएंगी तथा दाहिने हाथ के तर्जनी उंगली में नेल मार्किंग करेंगी ।  

डॉ. एस .पी.गंगवार, जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले की लगभग 34 लाख़ लक्षित आबादी को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी।अभियान की सफलता के लिए कई पहल की गई हैं। इसमें पहली बार मेडिकल कॉलेजों में बूथ लग रहे हैं। वहीं इस बार शहरी क्षेत्र में खासकर अपार्टमेंट्स और मलिन बस्ती में रहने वाले लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान के दौरान 5460 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर, और 2730 टीम घर-घर जाकर दवा खिलाएंगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा विभिन्न स्थानों पर दवा सेवन के लिए बूथ भी लगेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि दवा स्वास्थ्य कार्यकर्ता के सामने ही खानी है और दवा खाली पेट नहीं खानी है। 

फाइलेरिया की दवा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती व अत्यधिक बीमार लोगों को नहीं खानी है। शेष सभी लोग साल में एक बार और लगातार पांच वर्ष तक दवा खाकर भविष्य की परेशानियों से बच सकते हैं। 

उन्होंने बताया कि दवा खाने से बचने के लिए बहाने बिल्कुल भी न करें, जैसे - अभी पान खाए हैं, अभी सर्दी-खांसी है, बाद में खा लेंगे आदि। आज का यही बहाना आपको जीवनभर के लिए मुसीबत में डाल सकता है। दवा खाने के बाद जी मिचलाना, चक्कर या उल्टी आए तो घबराएं नहीं। ऐसा शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होने से हो सकता है, जो दवा खाने के बाद मरते हैं। ऐसी प्रतिक्रिया कुछ देर में स्वतः ठीक हो जाती है। यह बीमारी इस मामले ज्यादा खतरनाक है कि इसके लक्षण ही 10-15 वर्ष बाद दिखते हैं और जब दिखते हैं तब इसका कोई खास उपचार नहीं बचता है। वहीं शुरू में संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित करता रहता है।

उन्होंने बताया एमडीए अभियान में लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाएं डी0ई0सी0 व एल्बेंडाजोल निम्न आयु वर्ग के अनुसार सेवन कराया जा रहा है ।

यह दवा प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को खानी है।

 यह दवा 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों , गर्भवती माताओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को तथा खाली पेट नहीं खानी है ।

 एक खुराक का सेवन निम्नानुसार किया जाएगा ।

* 01वर्ष से कम शून्य।

* 01 वर्ष से 2 वर्ष तक आयु वर्ग को एल्बेंडाजोल की आधी गोली 200 मिलिग्राम सेवन करना है।

* 02 वर्ष से अधिक एवं 05 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों को डी0ई0सी0 की एक गोली 100 मिलीग्राम, एल्बेंडाजोल की एक गोली 400 मिलीग्राम l

* 05 वर्ष से अधिक व 15 वर्ष से कम आयु वर्ग दो गोली डी0ई 0सी0 200 मिलीग्राम और एल्बेंडाजोल की एक गोली 400 मिलीग्राम l

* 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए डी0 ई 0सी 0 की तीन गोली 300 मिलीग्राम , और एल्बेंडाजोल की एक गोली 400 मिलीग्राम के अनुसार सेवन किया जाना है l

इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रोहताश कुमार , अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोविन्द स्वर्णकार , जिला अल्पसख्यंक अधिकारी मो. खालिद , जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी कृष्ण मोहन कनौजिया, फाइलेरिया इंस्पेक्टर अभय कुमार सहित कई पत्रकार मौजूद रहे |

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Laxmi Kant Pathak Senior Journalist | State Secretary, U.P. Working Journalists Union (Regd.)