अन्ना यूनिवर्सिटी मामले में NCW की जांच शुरू; विरोध कर रहे सैकड़ों AIADMK सदस्य गिरफ्तार
अन्ना विश्वविद्यालय में हुई घटना ने पूरे चेन्नई को हिलाकर रख दिया है। यहां एक 19 साल की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। मामला तब सामने आया, जब छात्रा ने पुलिस से खुद शिकायत की। अब महिला आयोग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
चेन्नई (आरएनआई) चेन्नई स्थित अन्ना विश्वविद्यालय कैंपस में एक छात्रा से कथित यौन उत्पीड़न का मामला लगातार गरमाता जा रहा है। बढ़ते विरोध को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने एक समिति गठित की है, जिसने सच सामने लाने के लिए सोमवार को अपनी जांच शुरू कर दी।
इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। विपक्षी अन्नाद्रमुक ने सोमवार को आंदोलन करने का फैसला लिया, मगर पुलिस ने अनुमति नहीं दी। इसके चलते पार्टी के कई सदस्यों ने पूरे तमिलनाडु में विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास किया। साथ ही दावा किया कि यौन उत्पीड़न मामले में एक अन्य व्यक्ति भी शामिल है। पुलिस पहले ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर चुकी है।
विरोध करने पर अन्नाद्रमुक के सैकड़ों सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, इन्हें शाम तक रिहा किए जाने की संभावना है।
अन्ना विश्वविद्यालय में हुई घटना ने पूरे चेन्नई को हिलाकर रख दिया है। तमिलनाडु की राजनीति गरमाने लगी है। यहां एक 19 साल की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। मामला तब सामने आया, जब छात्रा ने इसकी पुलिस से खुद शिकायत की थी। शुरू में पुलिस ने केस को हल्के में लिया और कोई कार्रवाई नहीं की। सोशल मीडिया पर केस उछला तब पुलिस हरकत में आई। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। 37 वर्षीय आरोपी यूनिवर्सिटी परिसर के पास में बिरयानी बेचता है। घटना 23 दिसंबर की है।
महिला आयोग ने अन्ना विश्वविद्यालय में हुई यौन उत्पीड़न की घटना का स्वतः संज्ञान लिया। उसने जांच के लिए 28 दिसंबर को दो सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग समिति का गठन किया। समिति को इस मामले की जांच करने, घटना के पीछे के हालात का विश्लेषण करने और अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों का मूल्यांकन करने का काम सौंपा गया है। इसके अलावा, यह समिति मामले से संबंधित अधिकारियों, पीड़िता, उसके परिवार, दोस्तों और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के साथ भी बातचीत करेगी ताकि तथ्यों का पता लगाया जा सके और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उपाय सुझाए जा सकें।
दो सदस्यीय समिति में राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य ममता कुमारी और महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी तथा एनएचआरसी के महाराष्ट्र और गोवा क्षेत्र के विशेष प्रतिवेदक आईपीएस (सेवानिवृत्त) प्रवीण दीक्षित शामिल हैं। टीम ने जांच के लिए विश्वविद्यालय का दौरा किया। तथ्यों का पता लगाने के लिए वे पीड़िता, उसके परिवार, दोस्तों और संबंधित अधिकारियों के अलावा गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलने वाले हैं।
'तमिलागा वेत्री कषगम' के अध्यक्ष और अभिनेता विजय ने जानना चाहा कि राज्य में महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए किसके पास जाए और किससे सवाल पूछें।
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