अज्ञानता ही बंधन का मुख्य कारण : शैलजाकांत मिश्र
जिला कारागार में बंदियों को वितरित किये गये कम्बल एवं श्रीमद्भगवद्गीता
मथुरा। जिला कारागार मथुरा में, मंगलवार को हरे कृष्ण मूवमेंट, वृन्दावन द्वारा कैदियों को श्रीमद्भगवद्गीता एवं कम्बल का वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे, पूर्व पुलिस महानिदेशक एवं ब्रज तीर्थ विकास परिषद् के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने कहा कि ज्ञान के अभाव में ही प्रत्येक जीव किसी न किसी बंधन से बँधा हुआ है। इस बंधन से मुक्त होने का एक मात्र मार्ग भगवत गीता का नियमित पाठ एवं हरे कृष्ण महामंत्र का जाप है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती मंजरी मिश्र जी ने नारी शक्ति को सम्बोधित करते हुए कहा कि नारी शक्ति का प्रतीक है। यह शक्ति पुरूषों की तुलना में अधिक क्षमतावान, सहनशील एवं सृजनात्मक होती है। आप इस समय को स्वयं में निखार लाने हेतु संकल्प शक्ति के साथ लगे रहेें।
इस दौरान हरे कृष्ण मूवमेंट, वृन्दावन के संत श्री अनन्त वीर्य दास जी ने कहा कि इस कम्बल वितरण कार्यक्रम का उद्देश्य मात्र आपको सत्संग लाभ प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि यदि हमारे जीवन में श्रीमद्भगवद्गीता का ज्ञान आ जाये, तो हमारा सत्संग होने के साथ-साथ हमारे चित्त की जो वृत्ति है, वह भी बदल जाएगी।
उन्होंने भगवत गीता के 12 अध्याय, भक्ति योग के 14वें श्लोक का दृष्टांत देते हुए कहा कि गीता जी में श्री भगवान कहते हैं कि जो जीव आत्मतुष्ट रहता है, आत्म संयमी है तथा जो निश्चय के साथ मुझमें मन तथा बुद्धि को स्थिर करके भक्ति में लगा रहता है, ऐसा भक्त मुझे अत्यन्त प्रिय है।
कार्यक्रम के अंत में जेल अधीक्षक श्री बृजेश कुमार सिंह जी ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर करूणेश जी, सुलोचना जी, शीतल त्यागी, विष्णु सिंह जी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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