TMC ने कुणाल घोष को राज्य संगठन के महासचिव पद से हटाया
तृणमूल ने बयान में साफ किया कि कुणाल को पहले भी पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था। इस बार उन्हें तृणमूल राज्य महासचिव के पद से भी हटा दिया गया। उल्लेखनीय है कि बुधवार सुबह कुणाल घोष ने भाजपा प्रत्याशी तापस राय की तारीफ की थी।
कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल की सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने कुणाल घोष को पार्टी के प्रदेश महासचिव पद से हटा दिया। राज्य की सत्ताधारी पार्टी ने बुधवार को एक बयान जारी कर इसकी घोषणा की। साथ ही उन्होंने बताया कि ये फैसला क्यों लिया गया।
बयान में तृणमूल ने लिखा, 'हाल ही में कुणाल घोष कई ऐसी बातें कह रहे हैं जो पार्टी के विचारों के अनुरूप नहीं हैं। इसलिए यह स्पष्ट करना बहुत जरूरी था कि वह जो कह रहे थे, वह पूरी तरह से उनकी निजी राय थी। इसका पार्टी की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है।
तृणमूल ने बयान में साफ किया कि कुणाल को पहले भी पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया गया था। इस बार उन्हें तृणमूल राज्य महासचिव के पद से भी हटा दिया गया। उल्लेखनीय है कि बुधवार सुबह कुणाल घोष ने भाजपा प्रत्याशी तापस राय की तारीफ की थी।
बंगाल में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद कुणाल घोष ने बुधवार को उत्तर कोलकाता के भाजपा प्रत्याशी को योग्य उम्मीदवार बताकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी थी। कुणाल घोष की बात सुनकर खुद तापस राय भी मंच पर आश्चर्यचकित दिखाई दिए।
हुआ यूं कि यहां एक क्लब ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया था, लेकिन चुनाव के मौसम में यह अराजनीतिक सामाजिक कार्यक्रम राजनीतिक बन गया। तापस राय, जो टीएमसी छोड़कर भाजपा में आए हैं और उत्तरी कोलकाता लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं। तृणमूल प्रवक्ता और पूर्व राज्यसभा सांसद कुणाल घोष कार्यक्रम में आसपास बैठे थे।
भाजपा के तापस राय को पास बिठाकर तृणमूल के कुणाल ने तृणमूल कार्यकर्ताओं से कहा कि यहां किसी को भी फर्जी वोट डालने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। शांत इलाकों में शांतिपूर्ण मतदान हो। जनता तय करेगी कि उनका पसंदीदा उम्मीदवार कौन है। उल्लेखनीय है कि रक्तदान शिविर में कुणाल को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
कुणाल कहा कि मुझे तापस राय के बारे में कुछ नहीं कहना है। जब तक वे जन प्रतिनिधि रहे, उन्होंने जनता की सेवा की। उनका दरवाजा लोगों के लिए दिन-रात खुला रहता था। इसके बाद कुणाल ने कहा कि हम तापस राय को एक परिवार में रखना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से मैं ऐसा नहीं कर सका। आज वह उम्मीदवार हैं, लेकिन दूसरी पार्टी के। हमारी पार्टी के उम्मीदवार सुदीप बनर्जी हैं। हम अपनी पार्टी के उम्मीदवार के लिए काम करेंगे। तापस राय के पार्टी के कार्यकर्ता उनके लिए काम करेंगे।
कुणाल यहीं नहीं रुकें। तृणमूल नेता ने कहा कि यहां कोई फर्जी मतदान नहीं होगा। सभी को अपना वोट डालने दीजिए। जनता तय करेगी कि असली उम्मीदवार कौन है। अगर कहीं भी कोई दबाव है, तो जान लें कि तृणमूल नेतृत्व किसी भी स्थिति में, किसी भी बूथ पर लोगों की इच्छा के विरुद्ध एक भी वोट नहीं पड़ने देगा। यह सुनकर तापस भी प्रत्यक्ष रूप से आश्चर्यचकित थे। बुधवार के रक्तदान शिविर में वार्ड नंबर 38 के तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
वे क्रॉस-सेक्शनल रूप से विभाजित थे। एक तरफ भाजपा और दूसरी तरफ तृणमूल कार्यकर्ता। बीच में काफी गैप था। उल्लेखनीय है कि बंगाल में सभी जानते हैं कि तापस राय के तृणमूल छोड़ने के पीछे सुदीप ही एकमात्र कारण हैं। अब तृणमूल कांग्रेस के अंदर ही एक वर्ग कुणाल घोष की आलोचना कर रहा है। उनका कहना है कि कुणाल ने तापस राय के बारे में इतना कुछ कहा, लेकिन एक बार भी अपने प्रत्याशी सुदीप बंधोपाध्याय को जीताने की बात नहीं कही। इसे लेकर भी राजनीतिक हलकों में चर्चा का बाजार गर्म है।
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