प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्वाचन क्षेत्र आधारित संसदीय लोकतंत्र के आधार को कमजोर कर रहे: पी चिदंबरम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्वाचन क्षेत्र आधारित संसदीय लोकतंत्र के आधार को ‘‘कमजोर’’ करने का रविवार को आरोप लगाया और दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जिस प्रकार की राष्ट्रपति प्रणाली को लाना चाहता है, उससे ‘‘बहुसंख्यकवाद’’ को बढ़ावा मिलेगा।
नयी दिल्ली, 6 नवंबर 2022, (आरएनआई)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निर्वाचन क्षेत्र आधारित संसदीय लोकतंत्र के आधार को ‘‘कमजोर’’ करने का रविवार को आरोप लगाया और दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जिस प्रकार की राष्ट्रपति प्रणाली को लाना चाहता है, उससे ‘‘बहुसंख्यकवाद’’ को बढ़ावा मिलेगा।
मोदी ने हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए लोगों से ‘‘कमल’’ (भाजपा का चुनाव चिह्न) का समर्थन करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि लोगों का वोट उनके लिए उनका ‘‘आशीर्वाद’’ होगा और उन्हें उम्मीदवारों को नहीं बल्कि ‘‘कमल के फूल’’ को ध्यान में रखना चाहिए।
चिदंबरम ने कहा, ‘‘माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि मतदाताओं को निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवारों का नाम याद रखने की आवश्यकता नहीं है। माननीय प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ‘कमल के लिए वोट, मोदी के लिए वोट’ है।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘संसद में बहस और संवाददाता सम्मेलनों का त्याग करने के बाद माननीय प्रधानमंत्री अब निर्वाचन क्षेत्र आधारित संसदीय लोकतंत्र के आधार को ही कमजोर कर रहे हैं।’’
चिदंबरम ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि आरएसएस और उसके भक्तों की सरकार की राष्ट्रपति प्रणाली को लागू करने की लंबे समय से इच्छा रही है।’’
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली देश में ‘‘बहुसंख्यकवाद’’ को मजबूत करेगी और बहुलवाद को समाप्त कर देगी।
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