ICICIDIRECT मार्केट्स ऐप में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण ग्राहक को 12 लाख की पूंजी का नुक़सान
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ग्वालियर l एक तरफ जहां ICICI Bank direct ऐप ग्राहकों और निवेशकों को उन्नत निवेश और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म देने का दावा करता है, जिसे निवेश प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वहीं दूसरी तरफ 70 वर्षीय वरिष्ठ सफल फायनेंसियल मार्केट्स ट्रेडर, आईसीआईसीआई बेंक के आईसीआईसीआई डायरेक्ट मार्केट्स एप्प में गड़बड़ी और शिकायतों की कंपनी द्वारा अनदेखी किये जाने और अव्यवसायिक व्यवहार आचरण के कारण 12 लाख रू. से अधिक राशि का नुक़सान उठाकर बहुमूल्य सेविंग्स से वंचित हो चुका है l
मामला ग्वालियर जिले के एक वरिष्ठ नागरिक विष्णु अग्रवाल का है जो, आईसीआईसीआई बैंक के कारनामों की भेंट चढ़ गया। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज़ लिमिटेड ने 2.75 लाख रुपये से अधिक ब्रोकरेज चार्ज व 2.5 लाख रुपये से अधिक सर्विस चार्जेज भी ले लिये। कंपनी द्वारा उपभोक्ता की शिकायतों पर समय रहते ध्यान न देकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है l
पीड़ित ग्राहक ने बताया कि वह लगातार 10 साल से आईसीआईसीआई बैंक की शाखा आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड के साथ आईसीआईसीआई डायरेक्ट मार्केट एप पर ट्रेडिंग कर रहे हैं और सफल ट्रेडिंग करने के लिए उन्हें आईसीआईसीआई के द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है l लगातार हर बार की तरह ट्रेडिंग करने के दौरान आईसीआईसीआई डायरेक्ट मार्केट ऐप ने काम करना बंद कर दिया जिस कारण उन्हैं अपने स्टॉक कांट्रेक्ट्स को बेचने में समस्या उठानी पड़ी, जिसकी वजह से उन्हें लाखों का नुकसान हुआ l जिसकी शिकायत महीनों से संबंधित शाखा और अधिकारियों से करने के बावजूद भी आज दिनांक तक किसी भी तरह का कोई भी जवाबदेही व्यवहार आईसीआईसीआई के द्वारा नहीं दिया जा रहा है l
उन्होंनें रिटायरमेंट के उपरांत एक वित्तीय बाजार ग्राहक के रूप में आजीविका हेतु पहल की थी। उपलब्ध समय में बढ़ी हुई महंगाई, घटी ब्याज दर आमदनी, जरूरी जीवन खर्चों में वृद्धि आदि कठिन परिस्थितियों में, कुशलता से शेयर्स, डेरिवेटिव्स आदि में निवेश और ट्रेडिंग की।
25 वर्ष पुराने निष्ठावान ग्राहक को व्यापार प्रथाओं के आधार पर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स सेवाओं के माध्यम से भरोसेमंद सेवाएं दी जानी चाहिए थीं। कंपनीयों द्वारा ग्राहक को सिस्टम में आने वाली प्राब्लम्स से सुरक्षित रखने के लिए समय पर अग्रिम चेतावनी या निर्देश दिये जाते हैं परंतु आईसीआईसीआई बेंक यह करने में विफल रही। दोषपूर्ण सेवाओं आदि के कारण हुए नुकसान के एवज बेंक नें अभी तक राशि की भरपाई नहीं की है। ऐप्स की खराबी, ओटीपी प्राप्त न होने की समस्या, अधिक शुल्क और अन्य समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। बेंक कंपनी के द्वारा सर्विस रिक्वेस्ट्स नहीं लिए गए हैं।
6 अप्रेल’23 को फिर से जब उनके ऐप में खराबी की सूचना रिकार्ड के साथ दी गई तो आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड ने किसी न किसी बहाने से ग्राहक द्वारा शिकायत के विषय में जमा किया गया वीडियो (25 एमबी से कम) प्राप्त नहीं किया। बाद में उन्होंने ग्राहक की शिकायतों के विषय में विस्तृत ईमेल को ब्लॉक कर दिया। आईसीआईडायरेक्ट ने कॉल पर कोई जवाब नहीं दिया और फोन काट दिया। पूर्व में फोन कॉल के दौरान मदद करने के बजाय क्रूड ऑर्डर को स्क्वॉयर ऑफ कर दिया गया जिससे बड़ा नुकसान हुआ। दूसरे मौके पर आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड द्वारा 18000 रुपये का गलत एफएनओ ग्रहणाधिकार बनाकर खाते से पैसे गलत तरीके से काटे गए। सेवा शुल्क-ब्रोकरेज के नाम इतनी अधिक राशि वसूले जाने का कोई वाजिब कारण नहीं है। वे अन्य ग्राहकों से 20/- प्रति आर्डर चार्ज करते हैं जबकि वरि. ग्राहक से 20/- प्रति लॉट लिया गया। ग्राहक द्वारा सुधार के लिये निवेदन के बाद भी कार्यवाही नहीं की गयी। एकाउंट स्टेटमेंट्स नहीं दिये गये।
अन्य सेवा प्रदाता कंपनीयों के साथ जाँच करने पर कि वे समान कार्य के लिए कितना शुल्क लेंगे, यह पता चला है कि अन्य कंपनियाँ ऐसे समान ट्रेडों के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कोई शुल्क नहीं ले रही हैं।
बेंक कंपनी के गलत क्रियाकलापों और निष्क्रियता के कारण, यह कुशल ट्रेडर 6 अप्रेल से 4000/- प्रति दिन की आय से वंचित है।
जिस तरह का मामला बताया जा रहा है , उस स्थिति में आईसीआईसीआई डायरेक्ट मार्केट एप के द्वारा सही तरीके से काम ना करने के कारण मार्केट ट्रेडर विष्णु अग्रवाल को लाखों रुपए का नुकसान हुआ l जिसमें आईसीआईसीआई डायरेक्ट मार्केट एप का सही तरीके से काम ना करना प्रतीत होता है l जिसे आईसीआईसीआई के द्वारा लिखित में भी उपभोक्ता को दिया गया है कि, उनका ट्रेडिंग एप कभी-कभी सही तरीके से काम नहीं करता है l
इस स्थिति में आईसीआईसीआई को उपभोक्ता की सभी शिकायतों को गंभीरता से लेना चाहिए और समस्या का निदान ग्राहक तक पहुंचाना चाहिए l
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