'EVM होती तो ऐसे हालात नहीं बनते' : आरिफ अल्वी
10 फरवरी को जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम-फजल जेयूआई-एफ ने सिंध के पीएस-22 निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी नतीजों में धांधली और बदलाव को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। उनके नेता राशिद महमूद सूमरो ने बताया कि उनके उम्मीदवारों को परिणाम में बदलाव करके हरा दिया गया।
कराची (आरएनआई) पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने शनिवार को स्थगित चुनावी नतीजों पर नराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अगर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का उपयोग चुनाव में किया गया होता तो इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
चुनाव आयोग के बड़े-बड़े दावों के बावजूद उनकी नई चुनाव प्रबंधन प्रणाली इस बार विफल रही। मतदान के 72 घंटे के बाद भी अभी तक प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र के लिए प्रारंभिक परिणाम जारी नहीं किया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए आरिफ अल्वी ने कहा, 'आज ईवीएम होती तो पाकिस्तान को इस परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।
पीटीआई सरकार द्वारा ईवीएम को लेकर छेड़ी गई लड़ाई को याद कर कहा, 'ईवीएम के लिए हमारे लंबे संघर्ष को याद रखें। ईवीएम में कागज के मतपत्र होते हैं, जिन्हें हाथ से अलग किया जाता है। इसमें प्रत्येक वोट बटन का एक साधारण काउंटर भी होता है।' उन्होंने कहा कि अगर मशीनों का इस्तेमाल किया जाता तो प्रत्येक उम्मीदवारों का योग मतदान समाप्त होने के पांच मिनट बाद ही उपलब्ध हो जाता।
10 फरवरी को जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम-फजल जेयूआई-एफ ने सिंध के पीएस-22 निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी नतीजों में धांधली और बदलाव को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। जेयूआई-एफ नेता राशिद महमूद सूमरो ने आरोप लगाते हुए कहा, 'हमारे उम्मीदवारों को परिणामों में बदलाव करके हरा दिया गया। उन्होंने कई निर्वाचन क्षेत्रों में फिर से चुनाव कराने की मांग की।
रविवार को तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया, क्योंकि निर्दलीय उम्मीदवार 100 सीटों से आगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी की बैठक के बाद वोट की पवित्रता की रक्षा करने के लिए देशभर में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया।
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