ISRO वैज्ञानिकों पर दिग्विजय सिंह के बयान को लेकर वीडी शर्मा का पलटवार, कहा ‘देश के खिलाफ साजिश
भोपाल। (आरएनआई) दिग्विजय सिंह एक बार फिर इसरो वैज्ञानिकों के वेतन पर अपने बयान को लेकर घिर गए हैं। उन्होने कहा है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है और उन्होने इस बात को लेकर कहा कि वे प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि चंद्रयान को चंद्रमा तक पहुंचाने वाले वैज्ञानिकों को वेतन दिया जाए। उनके इस दावे को गलत बताते हुए और इस बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने इसे भारत को बदनाम करने की साजिश बताया है। उन्होने कहा कि ऐसे लोगों को देशद्रोही कहना गलत नहीं होगा।
दिग्विजय सिंह पर जड़े आरोप वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर जमकर हमला किया है। उन्होने कहा कि ‘यह देश के लिए अत्यंत चिंता का विषय है। दिग्विजय सिंह जैसे व्यक्ति जो हमेशा भारत को बदनाम करने के लिए इस तरह के प्रश्न खड़े करने के लिए पहचाने जाते हैं। ऐसे लोग अगर देशद्रोही कहा जाए तो गलत नहीं है। इन्होंने बाटला हाउस के एनकाउंटर पर जब शहादत हुई थी मोहन चंद्र शर्मा जी की, तब उसे फर्जी एनकाउंटर कहा। उस आतंकवादी के घर मिलने गए थे दिग्विजय सिंह जिसे भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने फांसी की सजा दी थी।
उन्होने कहा कि ‘याद दिलाना चाहता हूं जब उनकी सरकार थी तब हमारे सैनिकों के सfर काटकर फुटबॉल जैसे खेला जाता था। भारत के 140 करोड़ लोगों को पीड़ा होती थी। लेकिन मोदी जी की सरकार बनने के बाद अगर किसी ने हमारे सैनिकों पर हाथ उठाने का प्रयास किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेनाओं को इतना सक्षम बनाया कि सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान में घुसकर उनको जवाब दिया। लेकिन दिग्विजय सिंह ने उसपर भी प्रश्न खड़ा करने का काम है। यह वही दिग्विजय सिंह है जब देश की व्यवस्थाओं का और मानव सम्मान बढ़ता है तो इनको बड़ी पीड़ा होती है, इनको बड़ा दर्द होता है। वामपंथी कांग्रेसी कहलाते हैं, ये कहीं ना कहीं वामपंथी विचारों से प्रेरित हैं। कोरोना के संकट में जब भारत के अंदर वैक्सीन बनाने का काम प्रधानमंत्री जी ने राजनीतिक इतिहास में पहली बार किया, स्वदेशी वैक्सीन हर किसी को उपलब्ध कराई, उसपर भी प्रश्न उठाने का काम दिग्विजय सिंह ने किया।’
कहा- ये देश के खिलाफ साजिश
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि आज मैं बहुत पीड़ा के साथ कहना चाहता हूं यह दुर्भाग्यजनक ही नहीं है, ये देश के खिलाफ साजिश है। क्या हिम्मत है आपकी कि जब हमारे वैज्ञानिक इतनी अथक मेहनत करके चंद्रयान के ऐसे अद्भुत प्रयोग किए हैं, हम सबको उनके लिए दुआए मांगना चाहिए, हम सबको उन्हें कहना चाहिए कि मिशन सफल हो, लेकिन ये कह रहे हैं कि उनको वेतन नहीं मिल रहा है। इस बात पर उन्हें शर्म आनी चाहिए। आज तो हमारे लिए खुशी का दिन है, दुनिया के लिए खुशी का दिन है। वैज्ञानिकों के लिए खुशी का दिन है जब चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक लैंडिंग की ओर अग्रसर है और ये एक इतिहास बनाएगा।
उन्होने कहा कि ‘ दिग्विजय सिंह जी आपको इस प्रकार की चीजों में ही आनंद आता है, भारत को बदनाम करने में ही आनंद आता है और इनका यही इतिहास है। श्रीमान बंटाधार कमलनाथ भी कह चुके हैं कि भारत महान नहीं भारत बदनाम है। ये सब विदेशी ताकतों से प्रेरित हैं। इन्हें भारत को आगे बढ़ते हुए देखना अच्छा नहीं लगता है। हम मोदी जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे हैं और इनकी अनर्गल बातों के कुछ फर्क नहीं पड़ने वाला है।’ उन्होने कहा कि मैं उन वैज्ञानिकों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं, हार्दिक अभिनंदन करता हूं कि उनका जो मिशन है आज सफलतापूर्वक संपूर्ण होगा।
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