600 रु में तो एक महीना का घास भी नही आता, हम तो जानवरो से भी बदतर है : चारा खाकर दिव्यांगों ने किया सरकार की नीतियों का विरोध
गुना। पूरे मध्यप्रदेश में दिव्यांगों का आंदोलन दिव्यांग स्वाभिमान पदयात्रा 17 दिनों से जारी है ओर जिम्मेदार उस पर चुप है तथा दिव्यांगों की पीड़ा को जानने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के 24 जिलों में दिव्यांग स्वाभिमान पदयात्रा जारी है, जिसमे हक की मांग को लेकर मध्य प्रदेश के गुना जिले से शुरू हुई दिव्यांग स्वाभिमान पदयात्रा आज मध्य प्रदेश के हर जिले तक पहुंच चुकी है।
दिव्यांग परेशान है आज शहर के मुख्य चौराहे पर दिव्यांगों ने सरकार की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध घास खाया, क्योंकि दिव्यांगों का कहना है कि सरकार हमें ₹600 क्यों दे रही है यदि देना है तो ₹600 के बजाय हमें जहर दे, ताकि हम उस जहर को खाकर आत्महत्या कर सकें।
जिससे सरकार के ऊपर हम दिव्यांगों का पड़ने वाला अतिरिक्त बोझ भी कम हो सके और सरकार अपनी मनमानी आराम से कर सके, लेकिन अब दिव्यांग वर्ग सरकार की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध आवाज उठाएगा लड़ेगा और अपने अधिकार को प्राप्त करने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।
गुना जिले के दिव्यांगों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मध्य प्रदेश का हर दिव्यांग हर संगठन हमें समर्थन दे चुका है हमारा साथ दे रहा है और इस लड़ाई में मध्यप्रदेश का दिव्यांग एक साथ मिलकर आगे बढ़ रहा है।
यदि मध्यप्रदेश सरकार ने हमारी 16 सूत्री मांगों पर जल्दी विचार नहीं करके उनको पूरा नहीं किया मध्यप्रदेश के दिव्यांग मिलकर विधानसभा वार मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगेl
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