35 साल इंतजार के बाद शुरु हुआ विद्युत शवदाह गृह
ध्रुव घाट पर 324.85 लाख की लागत बने शवदाह भवन में अधिष्ठापन के बाद टेस्टिंग शुरु।
मथुरा (आरएनआई) दिवास्वप्न बने ध्रुव घाट के विद्युत शवदाह भवन के शुरु होने का सपना 35 साल बाद साकार होने जा रहा है। 324.85 लाख रुपये की लागत से तैयार इस शवदाह भवन में गुरुवार को दो शवदाह गृह अधिष्ठापन कराते हुए टेस्टिंग शुरु कर दी गयी। सम्पूर्ण विभागीय प्रक्रिया पूर्ण होने पर शवदाह भवन नगर निगम मथुरा-वृन्दावन को हस्तान्तरित करते हुए संचालन शुरु कर दिया जाएगा। महापौर विनोद अग्रवाल के निर्देश पर मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा ध्रुव घाट स्थित शवदाह भवन पर गुरुवार को विद्युत शवदाह का अधिष्ठापन करते हुए टेस्टिंग शुरु कर दी गयी। उक्त विद्युत शवदाह गृह के हस्तान्तरण से पूर्व उसके संचालन का परीक्षण मानव शव के स्थान पर लकड़ी के सांकेतिक का प्रयोग करते हुए ट्रायल किया गया, जिसमें सम्पूर्ण संचालन की प्रक्रिया को देखा व समझा गया। उक्त विद्युत शवदाह गृह की टेस्टिंग आदि का कार्य जल्द ही पूर्ण कर इसे नगर निगम मथुरा-वृन्दावन को हस्तान्तारित कर दिया जाएगा। हस्तान्तरण उपरान्त इसका संचालन नगर निगम मथुरा-वृन्दावन द्वारा कराया जाएगा। उक्त निरीक्षण/परीक्षण के समय यमुना बचाओ समिति के याचिकाकर्ता गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी, मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण के जेई विमल कोहली, नगर निगम मथुरा-वृन्दावन अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार, कम्पनी प्रतिनिधि धीरेन्द्र पुच उपस्थित रहे।
ध्रुव घाट पर वर्ष 1990 से 1996 तक शासन से प्राप्त अनुदान मद में विद्युत शवदाह गृह भवन का निर्माण कराया गया था। शासन से पूर्ण स्वीकृत अनुदान की धनराशि न मिलने के कारण उक्त कार्य वर्ष 1996 में बन्द हो गया, जो वर्ष 2020 तक अपूर्ण रहा। पुनः कार्य जून 2020 से प्रारम्भ कराया गया। लगभग 24 वर्ष तक स्थल पर बना स्ट्रक्चर क्षतिग्रस्त होने के कारण निर्माण योग्य न पाये जाने की स्थिति में पूर्व निर्मित स्ट्रक्चर की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवसिर्टी से जांच करायी गयी। एएमयू की जॉच एवं संस्तुति के क्रम में पूर्व निर्मित ढाँचे के कॉलम एवं छत की स्ट्रेंथिंग करायी गयी एवं एएम्यू द्वारा निर्मित स्ट्रक्चर के जिस भाग को असुरक्षित पाया गया उस भाग को हाटते हुए स्ट्रक्चर डिजाइन कराकर कार्य प्रारम्भ कराया गया। विद्युत शवदाह गृह के बेसमेन्ट में स्टेयरकेस, अस्थि कलश अलमीरा, चौकीदार/ऑपरेटर को रहने के स्थान व गैस सिलेण्डर रखने के लिए कवर्ड एरिया है। भूतल पर कार्यालय कक्ष, पुरूष वेटिंग हॉल, महिला वेटिंग हॉल, पुरुष टॉयलेट, महिला टॉयलेट, कॉरिडोर कम बरामदा, पोर्च, इलैक्ट्रिक कम गैस फर्नेस एरिया, पार्किंग है।
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