24 राज्यों में बारिश और ओडिशा के 10 जिलों में बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने देश के 24 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जबकि ओडिशा के 10 जिलों में बाढ़ की चेतावनी दी है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण के जीवन अस्त व्यस्त हो गया है और प्रदेश में 128 सड़कें बंद कर दी गई हैं।
नई दिल्ली (आरएनआई) मूसलाधार बारिश के चलते पहाड़ों पर भूस्खलन की घटनाएं थम नहीं रहीं। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शुक्रवार को पहाड़ से गिरे पत्थर की चपेट में एक युवक की मौत हो गई। दो राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 128 सड़कों पर यातायात ठप रहा। वहीं, पंजाब और हरियाणा समेत 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में अगले सात दिन भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
मंडी में औट पुलिस थाना के तहत मंडी-मनाली नेशनल हाईवे पर हणोगी पुल के पास बस का इंतजार कर रहे युवक की पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नेपाल मूल का यह युवक अपने दोस्त के साथ हणोगी आया था। वापस कुल्लू जाने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। उसकी पहचान शमशानी (25) के रूप में हुई है। भूस्खलन के कारण शिमला-किन्नौर एनएच 20 घंटे और चंडीगढ़-मंडी एनएच 13 घंटे रहा बंद रहा। रात भर लोग गाड़ियों में ही फंसे रहे। शुक्रवार सुबह एनएच यातायात के लिए एकतरफा बहाल किया गया। शुक्रवार शाम तक प्रदेश में 128 सड़कें, 44 बिजली ट्रांसफार्मर और 67 पेयजल योजनाएं ठप रहे।
हिमाचल प्रदेश में 31 जुलाई की रात को श्रीखंड महादेव की पहाड़ियों पर बादल फटने से समेज और कुर्पण खड्ड में आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या 28 हो गई है। शुक्रवार को शिमला जिले में छह और शव बरामद किए गए। अभी 30 से अधिक लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है। सुन्नी बांध स्थल में भी चार लोगों के शव बरामद हुए हैं।
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों, राजस्थान और दक्षिण झारखंड और पड़ोसी इलाकों में कम दबाव के क्षेत्र ठीक ऊपर चक्रवाती हवाओं का प्रवाह बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले सात दिनों तक 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पूरे अगले सात दिन मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और मध्य प्रदेश शामिल है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़, गोवा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर के सभी सातों राज्यों में भी इस दौरान भारी बारिस हो सकती है।
ओडिशा में हीराकुंड बांध से पानी छोड़े जाने के बाद महानदी का जल स्तर बढ़ गया। इसको देखते हुए राज्य के विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने 10 जिलों के कलेक्टरों को बाढ़ को लेकर अलर्ट किया है। इनमें संबलपुर, सोनपुर, अंगुल, पुरी, कटक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा शामिल हैं। हीराकुंड बांध से 5.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। साहू ने जिला कलेक्टरों से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है।
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