21वीं सदी में देश का कोई भी कोना तेज विकास की दौड़ में पीछे नहीं छूटना चाहिए : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को तेलंगाना में लगभग 6,100 करोड़ रुपये की कई महत्वपूर्ण अवसंरचना विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कहा कि 21वीं सदी के इस तीसरे दशक के हर पल का पूरा इस्तेमाल करना है, ताकि देश का कोई भी कोना तेज विकास की दौड़ में पीछे न छूटे।
वारंगल, 8 जुलाई 2023, (आरएनआई)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को तेलंगाना में लगभग 6,100 करोड़ रुपये की कई महत्वपूर्ण अवसंरचना विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और कहा कि 21वीं सदी के इस तीसरे दशक के हर पल का पूरा इस्तेमाल करना है, ताकि देश का कोई भी कोना तेज विकास की दौड़ में पीछे न छूटे।
इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बना है, तो उसमें तेलंगाना के लोगों की बड़ी भूमिका है। तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज जब पूरी दुनिया भारत में निवेश के लिए आगे आ रही है, विकसित भारत को लेकर इतना उत्साह है, तब तेलंगाना के सामने अवसर ही अवसर हैं।’’
मोदी ने कहा कि आज हर प्रकार से बुनियादी अवसंरचना के लिए पहले से कई गुना तेजी से काम हो रहा है और पूरे देश में राजमार्गां के साथ ही आर्थिक व औद्योगिक गलियारों का जाल बिछाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज का नया भारत, युवा भारत है और वह ऊर्जा से भरा हुआ है। 21वीं सदी के इस तीसरे दशक में हमारे पास ये स्वर्णिम समय आया है। हमें इस समय के हर सेकेंड का पूरा इस्तेमाल करना है। देश का कोई भी कोना, तेज विकास की किसी भी संभावना से पीछे नहीं रहना चाहिए।’’
केंद्र की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का तेज विकास पुरानी अवसंरचनाओं के बल पर संभव नहीं था, इसलिए नये लक्ष्य के साथ नये रास्ते भी बनाने पड़ते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आने-जाने में अगर ज्यादा समय बर्बाद होगा, परिवहन अगर महंगा होगा, तो व्यवसाय को भी नुकसान होता है और लोगों को भी परेशानी होती है। इसलिए हमारी सरकार पहले से कहीं अधिक गति और व्यापक स्तर पर काम कर रही है। आज हर प्रकार की बुनियादी अवसंरचना के लिए पहले से कई गुना तेजी से काम हो रहा है।”
मोदी ने कहा, “आज पूरे देश में हाई-वे, एक्स्प्रेस-वे, आर्थिक व औद्योगिक गलियारों का एक जाल बिछाया जा रहा है। दो लेन की सड़कें चार लेन में और चार लेन की सड़कें छह लेन में बदली जा रही हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि नौ साल पहले जहां तेलंगाना में 2,500 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का जाल था, वहीं आज यह बढ़कर 5,000 किलोमीटर हो चुका है।
अन्य योजनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि एक प्रकार से तेलंगाना आज आस-पड़ोस के आर्थिक केंद्रों को जोड़ रहा है और आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार आज तेलंगाना में जो संपर्क बढ़ा रही है, उसका लाभ तेलंगाना के उद्योग जगत और यहां के पर्यटन क्षेत्र को हो रहा है। ऐसे प्रयासों से युवाओं को उनके घर के पास ही रोजगार व स्वरोजगार के नये अवसर भी मिल रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का विनिर्माण क्षेत्र और ‘मेक इन इंडिया’ अभियान युवाओं के लिए रोजगार का एक और बड़ा माध्यम बन रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देश में विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए पीएलआई योजना शुरू की है। यानी जो ज्यादा विनिर्माण कर रहा है, उसे भारत सरकार से विशेष मदद मिल रही है। इसके तहत 50 से ज्यादा बड़ी परियोजनाएं तेलंगाना में हैं।’’
भारत के रक्षा निर्यात का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, “नौ वर्ष पहले यह 1,000 करोड़ रुपये से भी कम था, लेकिन आज यह 16,000 करोड़ रुपये पार कर चुका है। इसका लाभ हैदराबाद स्थित भारत डायनामिक्स लिमिटेड को भी हो रहा है।’’
उन्होंने वंदे भारत ट्रेन की लोकप्रियता का भी जिक्र किया और कहा कि बीते वर्षों में भारतीय रेल ने हजारों आधुनिक कोच और लोकोमोटिव बनाए हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘भारतीय रेलवे के इस कायाकल्प में अब काजीपेट भी ‘मेक इन इंडिया’ की नयी ऊर्जा के साथ जुड़ने जा रहा है। अब यहां हर महीने दर्जनों वैगन बनेंगे। इससे इस क्षेत्र में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे, यहां के हर परिवार को किसी न किसी रूप में लाभ मिलेगा। यही तो सबका साथ, सबका विकास है। हमें तेलंगाना को विकास के इसी मंत्र पर आगे बढ़ाना है।’’
इस कार्यक्रम में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री ने वारंगल के प्रसिद्ध भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की।
मोदी की यह इस चुनावी राज्य की इस वर्ष तीसरी यात्रा है। इससे पहले, वह जनवरी और अप्रैल माह में तेलंगाना आए थे।
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय पर्यटन मंत्री और तेलंगाना में भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष जी किशन रेड्डी, भाजपा सांसद बंडी संजय कुमार तथा अन्य नेता इस अवसर पर उपस्थित थे।
गडकरी ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी ने देश में बुनियादी ढांचे के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना में अब तक 1.10 लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा परियोजनाएं या तो पूरी हो चुकी हैं या निर्माणाधीन हैं या शुरू हो चुकी हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि 2024 के अंत तक तेलंगाना में दो लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं होंगी।’’
प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं की आधारशीला रखी, उनमें लगभग 5,550 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित की जाने वाली 176 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं प्रमुख हैं। इन परियोजनाओं में नागपुर-विजयवाड़ा कॉरिडोर का 108 किलोमीटर लंबा मंचेरियल-वारंगल खंड में शामिल है। इस खंड से मंचेरियल और वारंगल के बीच की दूरी में लगभग 34 किलोमीटर की कमी आएगी, जिससे यात्रा अवधि घट जाएगी और एनएच-44 तथा एनएच-65 पर यातायात की आवाजाही और बेहतर होगी।
प्रधानमंत्री ने एनएच-563 के 68 किलोमीटर लंबे करीमनगर-वारंगल खंड को मौजूदा दो लेन से चार लेन में उन्नत करने संबंधी परियोजना की भी आधारशिला रखी।
इसके अलावा, उन्होंने रेलवे विनिर्माण इकाई, काजीपेट की आधारशिला रखी। अधिकारियों के मुताबिक, करीब 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की जाने वाली इस आधुनिक विनिर्माण इकाई से वैगन निर्माण क्षमता में वृद्धि होगी।
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