1989 मे शुरू हुआ शिलापूजन का कार्यक्रम,गाँव गाँव से ईंट की पूजन कर पहुँचाई थी अयोध्या

1989 मे शुरू हुआ शिलापूजन का कार्यक्रम,गाँव गाँव से ईंट की पूजन कर पहुँचाई थी अयोध्या, 1990 मे विश्व हिंदू परिषद बजरंगदल के नेतृत्व मे कारसेवा का हुआ आव्हान,अयोध्या मे 1992 मे हुई थी अहम कारसेवा,1992 मे ही बाबरी मस्जिद को कारसेवको ने किया था विध्वंश, चाचौड़ा बीनागंज से 1990 की कारसेवा मे 59 लोगो का जत्था हुआ था रवाना,12 कारसेवक जान जोखिम मे डालकर पहुँचे थे अयोध्या, चाचौड़ा चंपावती नगरी से 4 लोगो ने जान जोखिम मे डालकर बाबरी मस्जिद को ढहाने मे दिया था विशेष योगदान, चाचौड़ा के समस्त हिंदू समाज ने 1992 कि अहम कारसेवा मे जाने वाले कारसेवको का किया सम्मान। 

Jan 21, 2024 - 16:21
Jan 21, 2024 - 16:22
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1989 मे शुरू हुआ शिलापूजन का कार्यक्रम,गाँव गाँव से ईंट की पूजन कर पहुँचाई थी अयोध्या

गुना_चाचौड़ा (आरएनआई) भगवान श्री राम जी के भव्य मंदिर निर्माण के प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में पूरे भारतवर्ष मे हर्ष उल्लास के साथ समस्त हिंदू समाज जश्न मना रहा है और भव्य जुलूस भी निकाले जा रहे है। वही हम आपको बता दे कि भगवान श्री राम जी 500 वर्षों के बड़े अंतराल के बाद तंबू से निकलकर 22 जनवरी को मंदिर मे विराजमान हो रहे है जिसको लेकर समस्त हिंदू समाज मे काफी उत्साह है और हिंदू समाज काफी हर्ष उल्लास के साथ दीपावली के रूप मे इस अहम पल को यादगार के रूप मे मना रहा है।

 वही 1990 की कारसेवा मे अपनी अहम भूमिका निभाने वाले क्षेत्र का गौरव बढ़ाने वाले राजेश खंडेलवाल के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के आवाहन पर 1989 में शिला पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमे भारत के प्रत्येक गांव से ईंट की पूजा अर्चन कर अयोध्या पहुंचाया गया था और 1990 मे विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के द्वारा ही कारसेवा का आवाहन किया गया था जिसमें पूरे भारतवर्ष से के कोने से कारसेवक अपना योगदान देने के लिए अयोध्या के लिए निकले थे। जिसमे से काफी लोगो को पुलिस ने रास्ते मे ही गिरफ्तार कर लिया था और जो अयोध्या पहुंचे थे। उन पर मुलायम सिंह की सरकार ने लाठी चार्ज किया एवं गोली चलाई थी और जो कारसेवक चाचौड़ा बीनागंज से अयोध्या पहुंचे थे उनमें से बाबूलाल जी भार्गव जिनको सरयू नदी के पल पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और महेंद्र सोनी जिन्होंने भगवान श्री राम जी के दर्शन करने के लिए अपनी जान जोखिम मे डालकर सरयू नदी को पार कर कर दर्शन किए थे और फिर वही 30 अक्टूबर को हिंदू समाज की आन बान शान कहलाए जाने वाले कोठारी बंधु दोनो भाई श्री रामकुमार कोठारी और शरद कुमार कोठारी ने बाबरी मस्जिद पर पहली बार भगवा ध्वज लहराया था।
जिसके तीन दिनों के बाद 2 नवंबर 1990 को मुलायम सिंह की सरकार ने हनुमानगढ़ी मंदिर के आसपास कर सेवकों पर गोली चला दी थी इस दौरान सर्वप्रथम तत्कालीन सीएम मुलायम सिंह के आदेश पर पुलिस ने रामकुमार कोठारी को सड़क पर गोली मार दी थी जिनको बचाने आए दूसरे कोठारी बंधु शरद कुमार कोठारी को भी पुलिस ने गोली मार दी थी। वही अन्य कारसेवको ने भी अपना बलिदान दिया था इसके साथ ही 1992 मे अहम कारसेवा प्रारंभ हुई जिसमे चाचौड़ा से चार लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर अयोध्या जाने का निर्णय लिया और घर वालों से लड़ झगड़कर अयोध्या के लिए निकल गए और बाबरी मस्जिद विध्वंस में अपना हम योगदान दिया इस दौरान 1992 की हम कर सेवा मे चाचौड़ा से राजेंद्र अवस्थी, सत्यनारायण नामदेव, राजू साठ और दिनेश साहू जैसे हिंदू भाई शामिल हुए थे।

 आज भी जब कभी 6 दिसंबर की तारीख आती है तब हिंदू समाज के भाइयों के द्वारा सभी कारसेवको का घर-घर जाकर सम्मान किया जाता है वही 1992 की कारसेवा में जाने वाले कारसेवकों का कहना है कि हम बड़े भाग्यशाली रहे हैं कि हमको भगवान श्री राम जी के काज में शामिल होने का अवसर मिला था और आज हमें नहीं बल्कि हमारे पूर्वज और आने वाली पीढ़ियां भी बहुत खुश होगी की जो हमारा सपना था भगवान श्री राम जी को तंबू से निकलकर मंदिर में विराजमान होने का वह 22 जनवरी को पूर्ण होने जा रहा है जिसको लेकर समस्त हिंदू समाज मे एक अलग ही तरह की खुशी दिख रही है 1990 की कर सेवा में जाने वाले कर सेवकों में राजेश जी खंडेलवाल, महेंद्र जी सोनी, हरिचरण जी विश्वकर्मा,महेश जी भार्गव,छोटू जी तिवारी,फूलचंद जी जैन,हरिबल्लभ जी सोनी,मित्तन जी टेलर,बाबूलाल जी भार्गव,मूलचंद जी प्रजापति आदि लोग शामिल थे जो की उमा भारती के नेतृत्व में कारसेवा के लिए आगे बढ़े थे और हनुमानगढ़ी पर हुई गोलीबारी से ही घबरा गए थे और रामलला के दर्शन कर वापस आ गए थे इसके बाद 1992 की कारसेवा मे चाचौड़ा से राजेंद्र अवस्थी,सत्यनारायण नामदेव,राजू साठ और दिनेश साहू शामिल हुए थे। जिन्होंने बाबरी मस्जिद को विध्वंश करने मे अपना योगदान दिया था और 2 दिनो तक अयोध्या मे रहकर बाबरी मस्जिद के मलवे को फेंकने का कार्य भी किया था और जब सभी कारसेवक वापस चाचौड़ा लोटे थे तो सभी हिन्दू समाज के लोगो ने कारसेवको का भव्य स्वागत किया था इसी के साथ सभी कारसेवकों ने हिंदू समाज के प्रत्येक व्यक्ति से आवाहन किया है कि 22 जनवरी को सभी हिंदू भाई अपने घर पर दीपक लगाए, रंगोली बनाएं और दीपावली एक बार दोबारा से मनाए और घरों पर भगवा पताका अवश्य लहराएं।

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