15 अगस्त के आते फिर होगी झंडे की औपराचिकता,
आखिर केसे होगा भविष्य के खेल प्रशाल का विकास बीते लंबे समय से चली आ रही कहानी जो स्टेडियम के विकास में से जुड़ी हुई है
आखिर केसे होगा भविष्य के खेल प्रशाल का विकास बीते लंबे समय से चली आ रही कहानी जो स्टेडियम के विकास में से जुड़ी हुई है ,
जिस पर तिरंगे झंडे के बहाने चेंबर ऑफ कॉमर्स की दी गई जमीन पर आज फिर नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ ने इस मुद्दे को उठाया है ,
चूंकि नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ हॉकी के गुना शहर के जाने माने खिलाड़ी भी रहे हैं, वशिष्ठ ने आरोपित करते हुए कहा की पंद्रह अगस्त आने वाली है आयोजकों अब झंडे की याद निश्चित आना तय होगी।
श्री वशिष्ठ ने कहा की वे इस लड़ाई को खेल स्टेडियम के विकास के लिए बीते लंबे समय से जिला प्रशासन से लड़ रहे हैं।
उनका कहना है कि मेरा इसके पीछे कोई निज स्वार्थ नही है बात बस इतनी है की इस जगह का उपयोग खेल स्टेडियम के विकास कें चलते पार्किंग स्थल एवम अन्य खेल गतिविधि वहां जगह के मुतबिक हो सकती थी।
लेकिन प्रशासन ने अपनी हतधर्मित्ता और सत्ता के दवाब के चलते जनहित की अनदेखी की है।
नगरपालिका के नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ ने कहा की हालांकि उक्त समिति के अनेक सदस्य भी स्पोर्ट्स मेन हैं, जिन्हें वह नाम जद जानते है फिर भी उनके भीतर खेल भावना नही जाग रही यह आश्चर्य की बात है। और वशिष्ठ को इस बात का मलाल भी है।
वशिष्ठ ने बताया कि इस जगह पर 80 के दशक से हॉकी मैदान हुआ करता था और इसी जमीन पर लाल बहादुर शास्त्री स्मृति स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता होती रही है।नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ ने बताया की तत्कालीन नपाध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता और सीएमओ अमर सत्य गुप्ता के कार्यकाल के समय स्टेडियम के ड्रीम प्रोजेक्ट की नीव रखी गई और एक वृहद खेल प्रशाल की गुना नगर पालिका परिषद ने इंदौर की एक कंपनी के आर्किटेक्ट से विधिवत ड्राइंग भी बनवाई गई थी।
लेकिन राजनेतिक विरोधावास के चलते उक्त मामला ठंडा पड़ गया उस ड्राइंग में यह जगह को पार्किंग स्थल के रूप में दर्शाया गया था जो बहुत आवश्यक है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा की खसरे में नजूल विभाग नपा के संजय स्टेडियम शिक्षा विभाग के नाम से यह जमीन दर्ज है।
नेता प्रतिपक्ष शेखर वशिष्ठ ने कहा कि उनका विरोध वास तिरंगे से कतई नहीं है अपितु हम सभी को यह समझना चाहिए की आखिर केसे स्टेडियम का विकास होगा ,,आज गुना नपा के स्टेडियम में मेट्रो सिटी के चलते एस्ट्रोट्रफ बिछाई जा चुकी है। कल नगरपालिका जिला प्रशासन और शासन की पहल पर जब हम इसे पूर्ण रूप देने की स्थिति में आकर एक अंतर्राष्ट्रीय खेल परिसर के रूप में जब खड़ा करेंगे तो बड़े अंतर्राष्ट्रीय मेचो के आयोजनों में पार्किंग व्यवस्था की जगह कहां बचेगी यह बड़ा प्रश्न हैं।
जिसे गुना शहर के प्रत्येक व्यक्ति से जुड़ा हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया की यहां 80 के दशक में हॉकी के तीन तीन अंतराष्ट्रीय मैचों के आयोजन हो चुके, जबकि उस समय गुना शहर के पास मैदान की सुविधा नही हुआ करती थी और आज अंतराष्ट्रीय स्तर का मैदान हॉकी का हमारे पास है।
वशिष्ठ ने कहा की हम सभी शहर वासियों को इस पहल में आगे आने की आज जरूरत है।
शेखर वशिष्ठ ने कहा की उनकी यह लड़ाई स्टेडियम के विकास के लिए निरंतर जारी रहेगी वे शीघ्र नवागत कलेक्टर से शहर के जनप्रतिनिधियों एवं खिलाड़ियों के प्रतिनिधिमंडल को लेकर मुलाकात भी करेंगे।
What's Your Reaction?