हिमाचल में लोकसभा चुनाव, विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू
प्रदेश में 1 जून को होने वाले लोकसभा और उपचुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी हो गई है। इसके साथ ही राज्य में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है।
शिमला (आरएनआई) हिमाचल प्रदेश में 1 जून को होने वाले लोकसभा और उपचुनाव के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी हो गई है। इसके साथ ही राज्य में नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। नामांकन की अंतिम तिथि 14 मई तय की गई है। 10 मई को छुट्टी के बावजूद नामांकन किया जा सकेगा। 11 मई को महीने के दूसरे शनिवार की छुट्टी रहेगी। इस दिन नामांकन नहीं होंगे। छंटनी प्रक्रिया 15 मई को तथा नामांकन वापिस लेने की अंतिम तिथि 17 मई 2024 होगी। नामांकन पत्र सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच किसी भी समय दाखिल किए जा सकेंगे। नामांकन के पहले दिन संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में निर्दलीय प्रत्याशी रमेश चंद सारथी ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
रमेश चंद सारथी ऊना जिले की तहसील भरवाईं के गांव गिंदपुर डाकघर गिंदपुर मलौन के निवासी हैं। वहीं, शिमला संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार मंगेट गांव घुंडवी, डाकघर हलाहां, रोनहाट ने अपना नामांकन रिटर्निंग अधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शिमला अनुपम कश्यप के समक्ष दर्ज किया। इस दौरान रिटर्निंग अधिकारी ने अनिल कुमार मंगेट को चुनाव सम्बंधित शपथ भी दिलाई। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) अजीत भारद्वाज, तहसीलदार निर्वाचन राजेन्द्र शर्मा, नायब तहसीलदार किशोर ठाकुर सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
लोकसभा चुनावों के दौरान प्रदेश के 360 अतिसंवेदनशील (क्रिटिकल) मतदान केंद्रों पर भी वोट डाले जाएंगे। इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय बलों पर रहेगा। निर्वाचन आयोग ने इन मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। प्रदेश में अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर चुनाव आयोग वेबकास्टिंग के जरिये नजर रखेगा। मतदान केंद्रों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। निर्वाचन विभाग की ओर से पीठासीन अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया की वेबसास्टिंग अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं।
अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर माइक्रो आब्जर्वर तैनात किए जाएंगे। किसी भी प्रकार से मतदान प्रक्रिया प्रभावित होने पर माइक्रो आब्जर्वर सीधे जिला निर्वाचन अधिकारी को रिपोर्ट भेजेंगे। मतदान के दौरान कोई भी असामाजिक तत्व अशांति फैलाने की कोशिश करेगी तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस की ओर गठित पेट्रोलिंग पार्टियां भी गश्त करेंगी। राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि प्रदेश में करीब 360 क्रिटिकल मतदान केंद्र चिह्नित किए गए हैं। इन केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेवारी केंद्रीय बलों पर रहेगी। सभी जगह वेबकास्टिंग करवाई जाएगी।
प्रदेश में मंगलवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है। पर्चा दाखिल के दिन हिमाचल में केंद्रीय व प्रदेश के नेता अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में रैली करेंगे। इसको देखते हुए पुलिस विभाग ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान केंद्रीय बल भी सुरक्षा की कमान संभालेंगे। उत्तराखंड, पंजाब और जम्मू के साथ लगती हिमाचल की सीमाओं पर भी कड़ा पहरा रहेगा। बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी होगी। प्रदेश में अवैध शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी न हो इसके चलते बार्डर और जिलों के बैरियर पर चौकसी बढ़ाई गई है। प्रदेश के प्रवेश द्वारों पर गाड़ियों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। पंजाब और हरियाणा से सटे हिमाचल के बॉर्डर एरिया और बिलासपुर, कांगड़ा, ऊना, सोलन, सिरमौर और सीमांत क्षेत्रों में नाकों पर पुलिस का कड़ा पहरा है।
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