हर घर जल योजना के तहत गांवो में खोदी गई सड़कें जर्जर, ग्रामीणों को निकलना दुश्वर
कछौना, हरदोई। 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने महत्वकांक्षी योजना हर घर जल योजना की शुरुआत की। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के परिवारों को स्वच्छ पेयजल हेतु मिल सके। इस मिशन से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। बल्कि महिला सशक्तिकरण के साथ रोजगार के नए द्वार खुलेंगे, परंतु विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते ग्रामीण क्षेत्र की जनता पाइप लाइन डालने में सड़कों की खुदाई से ऊबड़खाबड़ सड़कों से आवागमन दुष्कर हो चुका है। सरकार की मंशा है, ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल का सीधा लाभ मिलने लगा, यहां तक आंगनबाड़ी केंद्रों व परिषदीय स्कूलों में नौनिहाल आज भी प्रदूषित जल पीने को विवश है। जिससे नौनिहाल अनजाने में कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इंडिया मार्का नल के पानी की गुणवत्ता की जांच कागजों में फील गुड हो रहा है। जमीनी स्तर पर पानी की सही गुणवत्ता की जांच नहीं होती है। वर्तमान समय में पाइपलाइन को डालने हेतु गांव के अंदर की आरसीसी सड़कें, इंटरलॉकिंग को खोद डाला गया है। परंतु कार्यदाई संस्था द्वारा सड़कों को दुरुस्त नहीं कराया गया। जिसके कारण बरसात के समय गहरे गहरे गड्ढे होने से आए दिन हादसे हो रहे हैं। ग्राम सभा गौहानी, खजोहना, महमूदपुर धतिंगड़ा, महरी, मरेउरा, गाजू, पतसेनी देहात, समसपुर, कलौली, कमालपुर, बरवा सरसण्ड के ग्रामीण सड़कों की जर्जर हालत से आजिज आ चुके हैं। जिसका खामियाजा लोकसभा चुनाव 2024 में सत्ता पक्ष को उठाना पड़ सकता है। अगर समय रहते समस्या का निराकरण नहीं किया गया। गांव की सड़कों को ध्वस्त कर दिया गया है। जिसका खामियाजा आम जनमानस को उठाना पड़ रहा है।
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