हमास ने जिन तीन बंधकों का बीते दिन जारी किया था वीडियो, उनमें से दो की मौत
सबसे पहले रविवार को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें नोआ दो जिंदा बंधकों के साथ देखी गई थीं। सोमवार को हमास ने एक और वीडियो जारी किया, जिसमें दो बंधकों के मारे जाने दावा किया है।
यरुशलम (आरएनआई) हमास और इस्राइल के बीच 100 दिन से अधिक समय से जंग जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के हजारों लोगों की मौत हो गई है। जहां इस्राइल ने हमास को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया है। वहीं, अब आतंकी समूह भी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। फिलहाल, न तो जंग की रफ्तार कम हो रही है और न ही लोगों की जान की परवाह की जा रही है। इस बीच, आतंकी समूह हमास का एक बार फिर क्रूर रूप देखने को मिला है। हाल ही में उसने जिन तीन बंधकों का वीडियो जारी कर धमकी दी थी कि जल्द ही इनकी तकदीर का पता चलेगा। उनमें से दो को मौत के घाट उतार दिया गया है। हालांकि, हमास ने नए वीडियो में दो बंधकों के मारे जाने का दावा किया है। उसका आरोप है कि इस्राइली हमले में ये लोग मारे गए हैं। जबकि इस्राइल के रक्षा बलों का कहना है कि हमास निर्दोष लोगों को अपनी क्रूरता का शिकार बना रहा है।
हमास ने सोमवार को एक नया वीडियो जारी किया। इसमें दो इस्राइली बंधकों की मौत का एलान किया गया है। वीडियो में एक 26 साल की नोआ अर्गामणि आतंकियों के दबाव में बोलती दिख रही हैं कि उनके साथ जो दो लोग थे, उन्हें मार दिया गया है। हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि यह वीडियो कब बनाया गया था।
जिसमें नोआ दो जिंदा बंधकों के साथ देखी गई थीं।सोमवार को जारी वीडियो में जिन लोगों को मारे जाने का दावा किया गया है उनकी पहचान 53 साल के योस्सी शराबी और 38 साल के इताई स्विर्स्की के रूप में हुई है।
हमास की सशस्त्र शाखा एजेडिन अल-कसम ब्रिगेड का कहना है कि ये दो लोग जायोनी सेना की बमबारी में मारे गए। हालांकि, इस्राइल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हागरी ने इस दावे को साफ नकार दिया। उनका कहना है कि हमास निर्दोष लोगों को अपनी क्रूरता का शिकार बना रहा है।
हमास झूठ बोल रहा है। जिस इमारत में इन बंधकों को रखा गया था, उस पर हमारी सेना ने कोई हमला नहीं किया है। हागरी ने आगे कहा, 'हालांकि हमें पता है कि हमने उस इमारत के पास मौजूद जगहों को जरूर लक्ष्य बनाया है। इसलिए जांच की जा रही है।'
उन्होंने कहा कि उन वीडियो, तस्वीरों की जांच हो रही है, जो हमास वायरल कर रहा है। इसके अलावा हमारे पास भी कई जानकारी उपलब्ध है, उसकी भी जांच की जा रही है।
इस्राइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि बंधकों के परिवारों से हमास अब मनोवैज्ञानिक तरीके से लड़ रहा है। वह उन पर मानसिक दबाव डाल रहा है।उन्होंने कहा कि सेना परिवारों की मदद कर रही है। उन्हें हर मामले से अवगत करा रहे हैं।
हमास ने बीते साल सात अक्तूबर को दक्षिण इस्राइल पर हमला किया था। एक साथ सैकड़ों मिसाइलों को दागा गया था। साथ ही जमीनी हमला भी किया गया था। आतंकवादियों ने 1200 इस्राइली नागरिकों की हत्या कर थी। इसके अलावा, 250 लोगों को बंधक बना लिया था। जिनमें से आधे अभी भी हमास के कब्जे में हैं। वहीं, युद्ध में इस्राइली सेना ने गाजा के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया है। करीब 24 हजार फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। इस्राइल के आक्रमण के बाद से गाजा की 23 लाख की आबादी में 85 फीसदी लोग अपने घरों से विस्थापित हो चुके हैं। एक चौथाई आबादी भुखमरी का सामना कर रही है।
हमास ने रविवार को कहा था कि इस्राइली गोलीबारी के कारण उसका कुछ बंधकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। उन्हें नहीं पता कि वे लोग जिंदा हैं या मारे गए। शुरू में तो जब इस्राइल ने इस युद्ध को शुरू किया था तब हमास ने बंधकों की हत्या करने की धमकी दी थी।
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