हनुमान जयंती मेले में चंदे की जानकारी नही दे पाए टेकरी प्रवक्ता, प्रेस वार्ता में नहीं दे पाये सवालों का जवाब
गुना। जिले सहित आसपास के जिलों में सबसे बड़े अ आसस्ता के धार्मिक केंद्र हनुमान टेकरी पर लगने वाले हनुमान जयंती के मेले की दानपात्र में आई राशि की मीडिया द्वारा पिछले दिनों प्रकाशित करने के मामले में आज दशहरा मैदान में आयोजित बागेश्वर धाम आयोजन समिति की प्रेस वार्ता में टेकरी के प्रवक्ता बौखला गए और सवालों का जवाब नहीं दे पाए।
आज दशहरा मैदान गुना में आयोजित बागेश्वर धाम आयोजन समिति की प्रेस वार्ता में आयोजनकर्ता नीरज निगम की ओर से सभी पत्रकारों को भोजन के लिए आमंत्रित किया गया था। इस दौरान होने वाली प्रेस वार्ता में नीरज निगम के साथ श्री हनुमान टेकरी ट्रस्ट समिति के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल भी मौजूद थे।
पत्रकारों के द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कि इस आयोजन पर कितना खर्च हो रहा है? और कितना चंदा आ चुका है ? इस बात का जवाब देते हुए टेकरी के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने कहा कि हिसाब किताब वही पूछ सकता है, जिसने दान दिया हो? हम हर व्यक्ति को कोई हिसाब किताब नहीं दे सकते? और अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इसी प्रकार टेकरी की खबर को भी छाप दिया गया कि 3 लाख 20 हजार रूपये मेले में दान पात्र में आया और 6 लाख पब्लिक आई, इस बात पर पत्रकार भड़क गए और राजेश अग्रवाल से टेकरी पर मेला में आईदान राशि के विषय में एक पर एक सवाल किए गए, सवालों के जवाब में टेकरी के प्रवक्ता बंगले जाते नजर आए और अपनी बात इधर उधर करते रहे।
मीडिया द्वारा बार-बार पूछे जाने पर कि आयोजित टेकरी मेले में धनराशि कितनी आई है? इसका प्रेस नोट तुम्हारे द्वारा जारी क्यों नहीं किया जाता? इस बात को भी अनसुना कर गए? और आयोजित प्रेस वार्ता का मंच छोड़ते नजर आए। जबकि यह प्रेस वार्ता बागेश्वर धाम आयोजन समिति के द्वारा रखी गई थी।
इस प्रेस वार्ता में टेकरी के प्रवक्ता के द्वारा टेकरी से संबंधित बात कहने पर पत्रकार भड़के और आयोजन समिति के लोग भी कहने लगे कि राजेश अग्रवाल को यह बात इस जगह नहीं कहना चाहिए थी।
उल्लेखनीय है कि मीडिया द्वारा टेकरी मेले में आई दानपात्र के अंदर राशि की खबर टेकरी प्रवक्ता के द्वारा ही बताये आकड़ों पर आधारित छपी थी। तब भी टेकरी के प्रवक्ता ने कहा था की पूरी जानकारी इकट्ठा करके प्रेस नोट जारी किया जाएगा। लेकिन प्रत्येक साल टेकरी मंदिर प्रवक्ता राजेश अग्रवाल की तरफ से किसी प्रकार का कोई प्रेस नोट मेले में आई राशि का जारी नहीं किया जाता।
शहर के लोग समझे कि आखिर इसकी क्या वजह है? और क्यों यह मीडिया से छुपाया जाता है? जबकि देश के ख्याति प्राप्त धार्मिक स्थलों की चंदे की राशि का विधिवत प्रेस नोट जारी होता है, और अखबारों की सुर्खियां बनता है। कि फला मंदिर पर इतने करोड़ का चढ़ावा आया? गुना जिले के पास में प्रसिद्ध करीला धाम पर प्रत्येक साल आई राशि की जानकारी भी मीडिया की सुर्खियां बनती है, कि इतने रुपए आए। लेकिन टेकरी के मामले में यह राशि सुर्खियां क्यों नहीं बनती यह बात समझ से परे है।
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