सेना के खिलाफ प्रदर्शनों के बाद लापता पत्रकार अचानक घर लौटे
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को नौ मई को गिरफ्तार किया गया था। रियाज ने इस दौरान फौज और आईएसआई पर जमकर तंज कसे थे। इसके बाद 11 मई की रात उन्हें सियालकोट एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। तभी से वो लापता थे।
इस्लामाबाद। (आरएनआई) पाकिस्तान के प्रसिद्ध पत्रकार और राजनीतिक टिप्पणीकार इमरान रियाज खान का आखिरकार पता चल ही गया। सियालकोट पुलिस ने सोमवार सुबह सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।
रियाज चार महीने से अधिक समय से लापता थे। सियालकोट पुलिस ने एक्स पर कहा कि पत्रकार इमरान रियाज खान का पता लगा लिया गया है। वह सुरक्षित हैं। फिलहाल, अब वह अपने परिवार के साथ हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की नौ मई को गिरफ्तारी के बाद देश भर में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दो दिन बाद 47 वर्षीय एंकर को कथित तौर पर गिरफ्तार किया गया था।
पंजाब के महानिरीक्षक उस्मान अनवर और सियालकोट के जिला पुलिस अधिकारी हसन इकबाल ने इसकी पुष्टि की है कि इमरान अब 'घर पर सुरक्षित' है। वहीं, रियाज खान के वकील मियां अली अशफाक ने भी सोशल मीडिया पर पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कई कठिनाइयों के बाद भी अल्लाह की रहम से वह अपने राजकुमार को वापस ले आए।
पाकिस्तान लंबे समय से पत्रकारों के लिए असुरक्षित देश रहा है। हाल के वर्षों में, पाकिस्तानी कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को सरकार व सुरक्षा एजेंसियों द्वारा लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तानी सेना के आलोचक रहे पत्रकार अरशद शरीफ की पिछले साल अक्टूबर में केन्या में उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वह सुरक्षा एजेंसियों से अपनी जान को खतरा बताते हुए देश छोड़कर भाग गए थे।
इमरान रियाज खान पाकिस्तान के नामचीन न्यूज एंकर्स में शुमार हैं और तमाम बड़े न्यूज चैनलों के साथ काम कर चुके हैं। इमरान खान जब सत्ता में थे तो वो काफी ताकतवर माने जाते थे। कई विवादों में उनका नाम भी सामने आया था।
पिछले साल अप्रैल में इमरान की सरकार गिरी तो रियाज ने अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया। वो लगातार शाहबाज शरीफ की हुकूमत और फौज को ललकारते रहे। उन्हें दो महीने पहले भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ ही घंटे बाद इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेशर पर छोड़ दिया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को नौ मई को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उनके समर्थकों ने जिन्ना हाउस समेत फौज के कई ठिकानों पर जबरदस्त हमले किए थे। आठ लोग मारे गए थे। रियाज ने इस दौरान फौज और आईएसआई पर तंज कसे थे।
इसके बाद 11 मई की रात उन्हें सियालकोट एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। 15 मई को एक अधिकारी ने लाहौर उच्च न्यायालय को बताया कि पत्रकार को लिखित में हलफनामा लेने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था। तब से ही रियाज लापता थे। 16 मई को रियाज खान के पिता मुहम्मद रियाज ने सियालकोट सिविल लाइंस पुलिस में पत्रकार के कथित अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
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