साइबर अटैक से देश को हुआ भारी नुकसान, वित्त मंत्रालय ने बताया डाटा
देश में साइबर क्राइम के जरिए ठगी की घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सरकार ने बताया कि बीते दिसंबर तक स्कैमर्स ने देश में 107 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसे लोगों के अकाउंट से उड़ाए हैं।

नई दिल्ली (आरएनआई) देश में साइबर अपराध के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। स्कैमर्स कई तरीके के हथकंडे का उपयोग करके लोगों की जेब खाली कर रहे हैं। बजट सेशन के दौरान सरकार की ओर से साइबर फ्रॉड को लेकर पूछे सवाल का जवाब दिया गया। वित्त मंत्रालय की ओर से बताया गया कि पिछले 10 सालों में जैसे-जैसे ऑनलाइन पेमेंट की संख्या बढ़ी है। वैसे-वैसे डिजिटली क्राइम करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जहां साल 2014-15 में डिजिटल फ्रॉड के जरिए 18.46 करोड़ का नुकसान हुआ था, वहीं, इस मौजूदा वित्त वर्ष के दिसंबर महीने तक यह आंकड़ा 107 करोड़ पहुंच गया है।
लोकसभा में सरकार से पूछा गया कि पिछले 10 सालों लोगों को साइबर फ्रॉड की चपेट में आकर लोगों ने कितने पैसे गंवाए हैं। इस पर वित्त मंत्रालय की ओर से सदन में जवाब दिया गया, जिसमें सरकार की ओर साल 2014-15 से लेकर मौजूदा वित्त वर्ष के दिसंबर महीने तक के आंकड़े बताए गए। उन आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 10 सालों में देश में साइबर फ्रॉड के जरिए लोगों के पैसा गंवाने की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। रकम भी बढ़ी है।
वित्त मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ये आंकड़ें बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के पास जो रिकॉर्ड दर्ज हैं। उनके हिसाब से बताए गए हैं। साइबर क्राइम के जरिए जो लोगों को साल 2014-15 में 18.46 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. वह साल 2015-16 में बढ़कर 27 करोड़ तक पहुंच गया। वहीं मौजूदा वित्त वर्ष के 9 महीनों के भीतर ही आंकड़ा 100 करोड़ रुपये को पार कर 107 करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंच गया।
साइबर फ्रॉड के चलते लोगों के साथ हो रही ठगी की रकम साल दर साल बढ़ती ही जा रही है। जहां, इस साल अप्रैल से दिसंबर के बीच आंकड़ा 100 करोड़ को पार कर गया। पिछले वित्त वर्ष में सबसे ज्यादा ऑनलाइन ठगी हुई थी। साल 2023-24 में लोगों के 177 करोड़ रुपये ठगों ने उड़ा दिए थे।
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