सप्ताह में 90 घंटे काम करने वाले बयान पर एलएंडटी की सफाई, कहा- बेहतर परिणाम के लिए असाधारण प्रयास जरूरी
एलएंडटी (लार्सन एंड टूब्रो) के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन ने कर्मचारियों से बातचीत के एक वीडियो में कहा था कि उन्हें सप्ताह में 90 घंटे काम करना चाहिए और रविवार को भी छुट्टी नहीं लेनी चाहिए। कंपनी की ओर से कहा गया कि हमारे चेयरमैन की टिप्पणी इस महत्वाकांक्षा को दर्शाती है कि असाधारण परिणामों के लिए असाधारण प्रयास की आवश्यकता होती है।
नई दिल्ली (आरएनआई) एलएंडटी (लार्सन एंड टूब्रो) के चेयरमैन एसएन सुब्रमण्यन की ओर से काम के घंटों पर की गई टिप्पणी ने खासी सुर्खियों में रही। एलएंडटी ने चेयरमैन सुब्रमण्यन का बचाव करते हुए सफाई दी है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए असाधारण प्रयास करने की जरूरत होती है। सुब्रमण्यन ने कर्मचारियों से बातचीत के एक वीडियो में कहा कि उन्हें सप्ताह में 90 घंटे काम करना चाहिए और रविवार को भी छुट्टी नहीं लेनी चाहिए।
कंपनी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण हमारे जनादेश का मूल है। बीते 8 दशक से अधिक समय से हम भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर, बिजनेस और तकनीकी क्षमताओं को आकार देने में लगे हैं। हमारा मानना है कि यह भारत का दशक है, एक ऐसा समय जिसमें विकास को और आगे बढ़ाने व एक विकसित राष्ट्र बनने के हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सामूहिक समर्पण और प्रयास की आवश्यकता है।
कंपनी की ओर से कहा गया कि हमारे चेयरमैन की टिप्पणी इस महत्वाकांक्षा को दर्शाती है कि असाधारण परिणामों के लिए असाधारण प्रयास की आवश्यकता होती है। एलएंडटी में हम एक ऐसी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां जुनून, उद्देश्य और प्रदर्शन हमें आगे बढ़ाते हैं।
सुब्रमण्यन ने कहा था कि कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करना चाहिए और रविवार को भी छुट्टी नहीं लेनी चाहिए। उन्होंने कर्मचारियों से पूछा, "आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं?" उन्होंने कर्मचारियों से घर पर कम और कार्यालय में ज्यादा समय बिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुझे खेद है कि मैं आपको रविवार को काम करने के लिए बाध्य नहीं कर सकता। अगर मैं आपको रविवार को काम करने के लिए बाध्य कर सक सकूं, तो मुझे अधिक खुशी होगी, क्योंकि मैं रविवार को काम करता हूं।" सुब्रमण्यन ने आगे सवाल किया कि घर पर रहने के दौरान कर्मचारी क्या करते हैं। उन्होंने पूछा, "आप घर पर बैठकर क्या करते हैं? आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हैं?" तो फिर चलो चलो, दफ्तर आओ और काम करना शुरू करो।"
यह वीडियो, जिसे सबसे पहले रेडिट पर शेयर किया गया था, यह वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर इसकी खूब आलोचना की गई। कई यूजर्स ने सुब्रमण्यम की टिप्पणियों को गलत बताया और उनकी तुलना पिछले साल इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की ओ से की गई टिप्पणियों से की। मूर्ति ने सुझाव दिया था कि युवा भारतीयों को राष्ट्र निर्माण में मदद करने के लिए सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहिए, उनके इस विचार का, व्यापक विरोध हुआ था।
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