सड़क को बाइकर्स अपना रेसिंग ट्रैक ना बनाएं :- प्रभारी यातायात केहरी सिंह
शाहजहांपुर 22 नवंबर। यातायात माह के अंतर्गत आज यातायात जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन सन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी कालेज में हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में यातायात प्रभारी केहरि सिंह व मुख्य वक्ता के रूप में आरक्षी सचेंद्र कुमार दीक्षित व यातायात जागरूकता संगोष्ठी के सयोजक डॉ. पुनीत मनीषी ने छात्र छात्राओं को संबोधित किया।
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि ने संबोधित करते हुए कहा कि जो लोग गाड़ी चला रहे हैं उनके वाहन की गति सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए ताकि जरूरत पड़े तो वाहन को समय पर रोक सके। युवाओं के बारे में बात करते हुए कहाँ कि वे बहुत गैर-जिम्मेदार तरीके से गाड़ी चलाते हैं और सड़क को अपने रेसिंग ट्रैक के रूप में मानते हैं जिससे घातक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे समय में यह माता-पिता की ज़िम्मेदारी बनती है कि अपने बच्चे को गाड़ी दिलाने के बाद वे उन पर नजर रखे और उन्हें सुरक्षा नियमों के महत्व का एहसास कराएँ।
मुख्य वक्ता के रूप में सचेंद्र कुमार दीक्षित ने बोलते हुए छात्र छात्राओं को बताया कि जिस समय हम किसी चौराहे या तिराहे से निकल रहे होते हैं तो दिए गए सिग्नल सिस्टम को हम को समझना चाहिए चौराहे पर चलते समय हम अपने बाएं जा सकते हैं लेकिन अगर हम तिराहे से निकल रहे हैं तो ऐसा नियम वहां पर नहीं होता है। उन्होंने कहा कि एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक दोपहिया और ट्रक ही है जो हमारे देश में करीब 40% मौतों का कारण बनते हैं। भारत में दुनिया के विकसित देशों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं के मामले तीन गुना अधिक हैं। इसलिए सड़क दुर्घटनाओं की वजह से मृत्यु दर को रोकने के लिए एकमात्र तरीका सुरक्षा के नियमों का पालन करना है।
संगोष्ठी संयोजक डॉ पुनीत मनीषी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि "ग्लोबल स्टेटस रिपोर्ट ऑन रोड सेफ्टी” के रूप में विख्यात एक रिपोर्ट के मुताबिक 2030 तक सड़क दुर्घटनाएं मौत का पांचवां प्रमुख कारण बन जाएंगी। हमें सड़क दुर्घटना के मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि ज्यादतर मौतें लापरवाही के ही कारण होती हैं।
संगोष्ठी का संचालन डॉ. रचित अग्रवाल ने किया अंत में आभार सन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर डॉ. विकास अग्रवाल ने किया। संगोष्ठी के प्रारंभ में सभी अतिथियों का बैच लगाकर स्वागत किया गया।
संगोष्ठी में यातायात से ओमपाल सिंह, साथ कॉलेज के समस्त शिक्षक - शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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