संस्कृति-परंपरा की रक्षा संघ जितना किसी ने नहीं किया : शंकर महादेवन
आरएसएस के सदस्यों ने नागपुर में 'पथ संचलन' (रूट मार्च) का आयोजन किया। इस अवसर पर संघ के प्रमुख मोहन भागवत और गायक शंकर महादेवन भी मौजूद रहे। इसके बाद भागवत ने महादेवन का संघ मुख्यालय में भी स्वागत किया।
नागपुर (आरएनआई) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने मंगलवार को विजयदशमी के मौके पर नागपुर में दशहरा रैली का आयोजन किया। इस दौरान संघ के सदस्यों ने नागपुर में 'पथ संचलन' (रूट मार्च) का आयोजन किया। इस अवसर पर RSS प्रमुख मोहन भागवत और गायक शंकर महादेवन भी मौजूद रहे। इसके बाद भागवत ने महादेवन का संघ मुख्यालय में भी स्वागत किया।
आरएसएस द्वारा आयोजित दशहरा कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल होने पहुंचे। दोनों ही नेता आरएसएस के पोशाक में इस कार्यक्रम में शामिल हुए। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विजयदशमी उत्सव कार्यक्रम में संघ के संस्थापक केबी हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ मुख्य अतिथि के तौर पर गायक शंकर महादेवन भी मौजूद थे। इसी के साथ संघ द्वारा आयोजित विजयदशमी उत्सव कार्यक्रम का आगाज किया गया।
मुख्य अतिथि के तौर पर शंकर महादेवन ने सरस्वती वंदना के साथ रैली को संबोधित किया। उन्होंने संघ के प्रति अपनी सराहना व्यक्त की। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित संगीतकार ने कहा, 'मैं इसपर क्या कहूं? मैं आपको सलाम करता हूं। अखंड भारत की हमारी विचारधारा, परंपराओं और संस्कृति को संरक्षित करने के लिए आरएसएस का योगदान अधिक है।'
महादेवन ने बताया कि जब उन्हें संघ के विजयदशमी उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने का निमंत्रण मिला तब कई लोगों ने उन्हें इस पर बधाई भी दी। उन्होंने कहा, 'मैं भाग्यशाली हूं। निमंत्रण व्यक्तिगत था, जिसे बहुत ही गर्मजोशी से दिया गया।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं केवल उस काम के लिए आपका आशीर्वाद मांग सकता हूं जो आरएसएस परिवार के सदस्यों ने देश के लिए किया है और करेंगे। मैं आपको इस बात के लिए धन्यवाद दो रहा हूं कि देश में हमारी संस्कृति और परंपरा की रक्षा के लिए आपके जितना प्रयास किसी ने भी नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, यही विश्व शांति का मंत्र है। हमारा देश ऐसा है कि यहां हर इंसान के लिए प्रार्थना की जाती है।'
मशहूर गायक शंकर महादेवन नागपुर में स्थित हेडगेवार स्मृति मंदिर भी पहुंचे। उन्होंने कहा, मुझे आज अपने भारतीय नागरिक होने पर बहुत गर्व है। अपने संबोधन के दौरान महादेवन ने लोगों से अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के जरिए राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने का भी आग्रह किया।
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