श्रीमद्भागवत महापुराण का श्रवण, वाचन व अध्ययन तीनों ही कल्याणकारी : संत प्रवर वैष्णवदास महाराज
मथुरा।छाता-गोवर्धन रोड़ स्थित ग्राम सहार (उपनन्द खेरा) के प्राचीन ठाकुर श्रीराधा वल्लभ मन्दिर प्रांगण में संत शिरोमणि वैष्णवदास महाराज के पावन सानिध्य में चल रहे सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।महोत्सव की समाप्ति के अवसर पर आयोजित हवन में सभी भक्तों - श्रृद्धालुओं ने आहुतियां डालीं।तत्पश्चात संत,ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारा आदि के कार्यक्रम भी सम्पन्न हुए।
इस अवसर पर कई प्रख्यात संतों व विप्रों के निर्देशन में संत मोहनदास महाराज को मन्दिर की महंताई की चादर उड़ाई गई।
संत प्रवर संत वैष्णवदास महाराज ने कहा कि कलयुग में मानव कल्याण के लिए श्रीमद्भागवत महापुराण से बड़ा अन्य कोई ग्रंथ नहीं है।इस ग्रंथ का श्रवण, वाचन एवं अध्ययन तीनों ही कल्याणकारी हैं।हमारे देश में ऐसे धार्मिक आयोजन निरन्तर चलते रहने चाहिए।जिससे हमारी प्राचीन भारतीय वैदिक संस्कृति का निरंतर प्रचार-प्रसार होता रहे।
महोत्सव में प्रख्यात भागवताचार्य पंडित देवकीनंदन शर्मा(संगीताचार्य), भगवत शरण दास महाराज,रामकृष्ण दास महाराज, गोविंद महाराज, अभयराम दास महाराज, कमलेश दास महाराज, नरहरी दास महाराज, नारायण दास महाराज,पंडित कृपाराम (प्रधानजी), पंडित लीलाधर शर्मा,पंडित माधव शर्मा,बाबा त्रिलोक दास, विनोद प्रधान,रामकिशन वार्ष्णेय, पूरन पोस्टमैन,सुरेश शर्मा,लक्ष्मण लंबरदार, डॉ. राधाकांत शर्मा,गोविंद पहलवान,संतोष वार्ष्णेय, मनोज सोनी, उमेश अग्रवाल, नीरज गुप्ता,मुरारी प्रधान, छिद्दो, छीतो, रामकुमार सोनी, हेमन्त सोनी, निरोति मास्टरसाहब, गोपाल रावड,मंगला सैनी, मूलचंद्र, रमन, किशन, प्रीतम सैनी, गोविंद सैनी आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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