शाहाबाद के महान कवि रहे स्व. क्षत्रपाल मिश्र "क्षणिक" की याद में पठकाना रामलीला कमेटी ने किया विराट कवि सम्मेलन का आयोजन
हरदोई (आरएनआई) शाहाबाद की सरजमीं पर जन्मे महान कवि क्षत्रपाल मिश्र क्षणिक की याद में नगर की सबसे पुरानी पठकाना रामलीला कमेटी ने विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि के रुप में पीके वर्मा रहे वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में ब्लाक प्रमुख त्रिपुरेश मिश्रा रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र, व कविवर क्षत्रपाल मिश्र क्षणिक के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।इस अवसर पर बार एसोसिएशन शाहाबाद के अध्यक्ष रामजी तिवारी, अनुराग मिश्र,मधुप, ऋषि कुमार मिश्रा आशीष मोहन तिवारी राजू, पुष्पेन्द्र मिश्रा आदि ने सरस्वती प्रतिमा एवं क्षत्रपाल मिश्र क्षणिक की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया। कवि सम्मेलन में कवियों ने जहां एक ओर मंच से राष्ट्र प्रेम की अलख जगाती वहीं दूसरी ओर श्रंगार की बहती रसधार आ मे कवि सम्मेलन में आये लोग गोता लगाते दिखे। मंच पर शाहाबाद की सरजमीं पर जन्मे युवा कवि /पत्रकार ओमदेव दीक्षित "पप्पू " दीक्षित ने देश के वीर जवानों को ललकारते हुए चीन, पाकिस्तान के नापाक इरादों पर प्रहार करने की बात कहते हुवे कहा कि "तूफानों को चीर फाड़ दो, उड़कर सागर पार करो। जय बजरंगी बोल के वीरों पाक, चीन पार वार करो।।"घुसपैठ पर प्रहार करते हुए इस युवा कवि ने कहा कि "सीमाएँ पार अगर कर दीं, लाशों के ठेर लगा देंगे, नापाक इरादों के प्यादों जिन्दा न तुम्हें जाने देंगे।।" पप्पू दीक्षित ने जहां एक ओर वीर रस के ओज से लोगों को उत्साहित किया वही प्रेम में भी स्वाभिमान दिखाते नजर आये उन्होंने कहा कि"प्यार की पहल करना भी गवारा हम नहीं करते। नजर जो फेर ले, उसको पुकारा हम नहीं करते। हमें तो देखकर खिंचतीं चली आती हैं सुंदरियाँ, कसम से मान लो इनको, इशारा हम नहीं करते।।"
लखीमपुर से आये कवि विशेष शर्मा ने आधुनिक युग में मोबाइल की बढ़ती उपयोगिता पर कटाक्ष करते हुये कहा कि " बिटिया को भोजन वस्त्र भरपेट चाहिए,लड़ती न झगड़ती ,भले ही लेट चाहिए।सीधी गए समान कुछ न मांगती है बस , मोबाइल ठीक-ठाक इंटरनेट चाहिए।।' लखीमपुर से ही आये कवि सुमित वाजपेई ने आधुनिक भारत की दीन दशा पर कविता सुनाते हुए कहा कि "प्राण गंवाकर हमने पायी थीजो अब वह शान कहां,विश्व पटल के मानचित्र पर पहले जैसा मान कहां।रोता हुआ देखकर मां को खुद शहीद रोते होगें।जैसा छोड़ गये थे हम अब वैसा हिंदुस्तान कहां।।" जैसे चन्दो से श्रोतागण मंत्र मुग्ध होते रहे। कार्यक्रम के संयोजक प्राख्यात कवि/पत्रकार रामलीला समिति के मीडिया प्रभारी ओमदेव दीक्षित, पुनीत मिश्रा विराट कवि सम्मलेन के संयोजक रहे। कवि सम्मेलन में कमलनाथ तिवारी बरेली, दुर्गेश पांडे अयोध्या, विशेष शर्मा शारदा नगर खीरी, हेमा पांडे लखनऊ, स्वाति लखनऊ, सुनीत वाजपेई जंग बहादुर गंज खीरी, अरविंद कुमार मैगलगंज खीरी, शुभम शुक्ला सिधौली सीतापुर एवं अजीत शुक्ला हरदोई सहित तमाम वरिष्ठ कवियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के शुरुआती क्षणो में मंच का संचालन मेला कमेटी के प्रबंधक ऋषि कुमार मिश्र ने किया। उसके उपरांत मंच संचालन लखीमपुर से आये कवि सुमित वाजपेई ने किया। पटकाना रामलीला कमेटी द्वारा प्रति बर्ष इस तरह का आयोजन किया जाता रहा है। पिछले 88बर्षो से पठकाना रामलीला कमेटी द्वारा सामाजिक, साहित्यिक , रचनात्मक व सामाजिक कार्य करने वाले नगर के प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित करने के अलावा सदैव से सामाजिक समरसता की धारा बहाती चाली आ रही है। पटकाना रामलीला समिति नगर से लेकर ग्रामीण अंचल तक अपनी धाक जमाये हुये है।
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