वैदिक सनातन संस्कृति के उन्नायक थे संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी महाराज : विधायक श्रीकांत शर्मा
वृन्दावन।वंशीवट क्षेत्र स्थित संकीर्तन भवन में श्रीसंकीर्तन भवन धार्मिक न्यास ट्रस्ट के द्वारा ठाकुर वंशीवट बिहारी गिरधारीलाल जू महाराज के पावन सानिध्य में गोलोकवासी संत प्रवर प्रभुदत्त ब्रह्मचारी महाराज के द्वारा रचित श्रीभागवत चरित संगीतमय पारायण ज्ञानयज्ञ महोत्सव (अष्टोत्तरशत) में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व उर्जा मंत्री व मथुरा-वृन्दावन क्षेत्र के यशस्वी विधायक पंडित श्रीकांत शर्मा पधारे।जिनका स्वागत व्यास पीठ से महाराजश्री के परम् कृपापात्र भागवताचार्य गोपाल भैया महाराज,श्रीसंकीर्तन भवन धार्मिक न्यास ट्रस्ट के ट्रस्टी विनय त्रिपाठी के द्वारा माल्यार्पण कर व ग्रंथ भेंट करके किया गया।
पूर्व उर्जा मंत्री उत्तर-प्रदेश सरकार एवं मथुरा-वृन्दावन के यशस्वी विधायक पंडित श्रीकांत शर्मा ने कहा कि ब्रज के सुप्रसिद्ध संत प्रभुदत्त ब्रह्मचारी महाराज वैदिक सनातन संस्कृति के उन्नायक थे।उन्होंने सनातन संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए अपना समूचे जीवन समर्पित किया।
महोत्सव के अंतर्गत सायं संत-विद्वत आशीर्वचन समारोह में चतु:सम्प्रदाय के श्रीमहंत फूलडोल बिहारीदास महाराज व प्रमुख धर्माचार्य पंडित अशोक शास्त्री महाराज ने कहा कि संत प्रवर स्वामी प्रभुदत्त ब्रह्मचारी ने व्यासजी महाराज द्वारा रचित श्रीमद्भागवत महापुराण का शुद्ध भाषा में छप्पय व छंदों के माध्यम से टीका कर समस्त सनातन धर्मावलंवियों में श्रीकृष्ण भक्ति की लहर को प्रवाहित किया था।इसीलिए वे व्यासावतार कहे जाते हैं।
इस अवसर पर श्रीसंकीर्तन भवन धार्मिक न्यास ट्रस्ट के ट्रस्टी आचार्य विनय त्रिपाठी, महोत्सव के मीडिया प्रभारी डॉ. गोपाल चतुर्वेदी,भाजपा नगर अध्यक्ष पंडित विनीत शर्मा,बल्देव स्थित दाऊजी मन्दिर के रिसीवर आर. के. पाण्डेय,संयोजक आचार्य मंगेश दुबे, मणिराम शर्मा (अलीगढ), सुनील नुवालजी (बूंदी,राजस्थान), विपिन द्विवेदी, घनश्याम तिवारी (मुम्बई), डॉ.विकास गुप्ता,
संजय गुप्ता, विनोद अग्रवाल(सम्भल), रासाचार्य स्वामी चंद्रबिहारी पाठक, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, स्वामी भुवनेश पाठक आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
रात्रि को भव्य रासलीला का अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक मंचन हुआ।
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