विवाद के बाद महिला बाल विकास विभाग ने वापस लिया आदेश, कांग्रेस ने दिया धन्यवाद, कहा- नए CM-सरकार की छवि बिगाड़ने की कोशिश
भोपाल, (आरएनआई) मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना को लेकर एक बार फिर बड़ा अपडेट सामने आया है। कार्यालय परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास सागर ग्रामीण- 2 ने योजना के संबंध में 4 दिसंबर को जारी आदेश को विवाद बढ़ने के बाद निरस्त कर दिया है, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, स्व सहायता समूह की अध्यक्ष और सचिव से लाभ परित्याग करने की बात कही गई थी और ऐसा ना करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। हालांकि आदेश के जारी होते ही अधिकरियों की मंशा पर सवाल उठना शुरू हो गए थे, यहां तक की एमपी कांग्रेस भी इसे सरकार की साजिश बताया था और इसे तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांगी थी, जिसके बाद आदेश को वापस ले लिया गया है।
सागर कलेक्टर ने एक्स पर पोस्ट करके दी जानकारी
आदेश निरस्त के संबंध में सागर कलेक्टर और सागर पीआरओ की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके जानकारी दी गई है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी ग्रामीण -02 द्वारा जारी किया गया आदेश जो लाडली बहना योजना के लाभ परित्याग से संबंधित है , उसे जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से निरस्त किया गया है।
जानिए क्या लिखा था पहले वाले आदेश में
दरअसल, कार्यालय परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सागर ग्रामीण-2 की तरफ आंगनवाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता, समस्त अध्यक्षक/ सचिव स्व सहायका समूह के सदस्य जो भी लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रहे हैं, उन्हें परित्याग करने को कहा गया था और ऐसा न करने वालों पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई थी। आदेश में लिखा था कि जो भी आंगनवाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता, समस्त अध्यक्षक/ सचिव स्व सहायका समूह के सदस्य अगर लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रहे हैं तो वो अपने लाभ का परित्याग कर दें। अगर 15 दिन के अंदर ऐसे लोग अपने लाभ का परित्याग नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है।हालांकि अपात्र लोगों पर कार्रवाई करने से संबंधित कोई भी आदेश शासन की तरफ से जारी नहीं किया गया है।
कांग्रेस ने दिया धन्यवाद, बोले सीएम यादव की छवि बिगाड़ने की कोशिश
मध्य प्रदेश कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी सैय्यद जाफर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए धन्यवाद मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जी, आपने कांग्रेस की मेरी सलाह को माना और आपके खिलाफ हो रही साजिश को पहचाना। लाड़ली बहनाओं को सरकारी योजना से वंचित करने का आदेश रद्द करने के लिए आपका शुक्रिया।संविधान सम्मत मुख्यमंत्री मोहन यादवजी आपने महिला एवं बाल विकास विभाग के लाड़ली बहना विरोधी आदेश को तुरंत निरस्त करके संवेदनशील प्रशासक होने का परिचय दिया है। आपका धन्यवाद। इसलिए आपको सलाह देने का फर्ज भी है कि सिस्टम और भाजपा में ही बैठे षड़यंत्रकारियों से बचें।
घटना से साफ है
▪️सीएम मोहन यादव की इमेज बिगाड़ने वाले लोग सिस्टम में सक्रिय
▪️नए मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ रची जा रही है साजिश
▪️सरकार को भरोसे में लिए बगैर निकाले जा रहे हैं जनविरोधी आदेश
▪️’लाड़ली बहना योजना’ बंद करने का भ्रम फैला रहा विशेष गिरोह
▪️पुरानी सरकार को बेहतर, मोहन यादव को पैराशूट सीएम बताने का षड़यंत्र?
▪️शिवराज की बेदखली के बाद महिला के मोहन यादव से नाराजगी की साजिश
▪️भाजपा और सरकार का कौन सा गुट जारी कर रहा रोती महिलाओं के वीडियो?
कांग्रेस ने की थी आदेश रद्द करने के साथ शेष बची बहनों को जोड़ने की मांग
मध्य प्रदेश कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी सैय्यद जाफर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए महिला बाल विकास विभाग के इस आदेश को लाभ लेने वाली बहनों को आपत्र कर योजना से बाहर करने की सरकार की साजिश बताया था । उन्होंने मांग की थी कि पात्र आपत्र के सरकारी आदेश को तत्काल प्रदेश सरकार रद्द करें। वहीकहा था कि कांग्रेस की मांग है कि वंचित करने की बजाय योजना में छूट गई बहनों को जोड़ने का अभियान शुरू किया जाए। लाखों महिलाएं अभी भी लाड़ली बहना योजना के फायदे से वंचित है। चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने मध्यप्रदेश की बहनों को वचन दिया था।चुनाव में की भाजपा द्वारा की गई घोषणाओं से महिलाओं में प्रतिमाह 3000 मिलने की उम्मीद बंधी है। उन्होंने सीएम डॉ.मोहन यादव से महिलाओं की उम्मीदें नहीं तोड़ने की मांग की है।
Follow the RNI News channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6XB2Xp81Z
What's Your Reaction?