लुटेरी दुल्हन- शादी के 13 दिन बाद दुल्हन ससुराल से लाखो का माल लेकर फरार
शिवपुरी। शहर के करौंदी कॉलोनी से मिल रही है कि 13 दिन पहले करौंदी के एक घर में दुल्हन के रूप में प्रवेश करने वाली दुल्हन अब अपनी पहचान लुटेरी दुल्हन के रूप में छोड गई है। दुल्हन अपनी ससुराल से सोना चांदी लेकर फरार हो गई। पति ने मामला कोतवाली में दर्ज कराया इसी मामले को लेकर आज परिजन एसपी ऑफिस भी पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि युवक ने डेढ़ लाख रुपए देकर दुल्हन खरीदी थी-इस शादी में मध्यस्थता शिवपुरी के लोगो ने की थी।
करौंदी क्षेत्र में चंद्रशेखर आजाद नगर शिवपुरी की रहने वाली मिथलेश शर्मा ने बताया कि मेरे बेटे की शादी समाज में नहीं हो पा रही थी, शादी ना होने के कारण हमारा वंश आगे नहीं बढ़ता,वंश आगे चलाने के लिए बेटे की शादी होना आवश्यक थी। दूल्हे की मां ने बताया कि मेरी मुलाकात शिवपुरी पब्लिक स्कूल के सामने रहने वाले महेन्द्र और सतीश से हुई उन्होंने कहा कि हम तुम्हारे बेटै की शादी करा देंगे लेकिन डेढ़ लाख रुपए लगेगा, बेटे की शादी और वंश बढ़ाने के लिए में डेढ़ लाख रुपए देने को राजी हो गई।
बताया जा रहा है कि शहर के पुराने बस स्टैंड पर स्थित स्वाती लॉज में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के चार लोग आकर रूके,इन चार लोगो में लडकी और लडकी की मां सहित 2 अन्य लोग थे। इन दोनो ने मुझे इन लोगो से मिलावाया और शादी की बात हुई,शर्त के अनुसार लड़की के परिजनों को डेढ़ लाख रुपए महेंद्र और सतीश ने दिलवा दिए। लडकी और लडके से एक नोटरी रूपी कागज पर हस्ताक्षर भी करवाए।
बताया जा रहा है कि खूबत घाटी पर छबीले हनुमान जी पर बेटा सोनू और बहू रोशनी बंजारा की शादी 14 अप्रैल को हिन्दू रीति रिवाज से संपन्न हुई थी। बहू आने की खुशी में हम सब खुश थे,अपनी क्षमता अनुसार बहू के लिए गहने भी बनवाए थे। विधिवत बहू की आगौनी लेकर बहू को घर लाए,लेकिन शादी के 27 अप्रैल की दोपहर घर पर कोई नही था तब बहू रोशनी घर से गायब हो गई। रोशनी अपने साथ सोने गले की चैन, कान की झुमकी हाथों की चार चूड़ी, मंगलसूत्र लगभग 4 तोला सोना लेकर फरार हो गई। जिसका आज तक कोई पता नहीं चल पाया। हमने रोशनी को बहुत ढूंढा लेकिन वह कहीं नहीं मिली।
इस मामले की सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई। शादी करवाने वाले महेन्द्र एवं सतीश जो दलाल हैं उन्होंने कहा हम अभी आ रहे हैं, बस इतना कहकर वह हमारे पास नहीं आये। फिर उसके बाद हम महेन्द्र और सतीश दोनों के घ्रूरूार पहुंचे वहां पर महेन्द्र व सतीश दोनों मिल गये, उसके बाद हम लोगों में कहासुनी हुई, और हमने उनसे डेढ़ लाख रुपये मानें लेकिन उन्होंने ने पैसे देने से इंकार कर दिया। हमने कहां जाऊं तुम्हें जो करना है कर लो, हमारे पास नहीं है पैसे। रिपोर्ट करना हो तो वो भी कर दो। हमारा कोई कुछ नहीं बिगाडेगा।
जानकारी मिल रही है कि बेटी बेचने का काम में यहां के लोकल लोग भी शामिल है वह ऐसे ग्राहको को तलाशने का काम करते है जिनके बेटे की शादी नहीं हो रही है। और यह किसी भी माध्यम से उन परिवार तक पहुचते है ओर शादियां करा देते है। इस पीड़ित परिवार ने बिलासपुर के इन लोगों का आधार कार्ड और बैंक की डिटेल भी दी है,इस पीड़ित परिवार ने बताया कि पुलिस अगर स्वाती लॉज में जाकर पूछताछ करें और उसके कैमरे खंगाले तो इस शहर के कितने लोग इनसे मिले है पूरी जानकारी मिल जाएगी,यह अक्सर स्वाति लॉज में ही आकर रुकता है।
जानकारी मिल रही है कि दलाल महेन्द्र और सतीश ने रोशनी और सोनू को लिवइन में रहने का संयुक्त अभिस्वीकृति पत्र भी बनवा दिया। जिसमें लिखा था कि हम दोनों अपना भला बुरा अच्छी तरह समझ सकते है, हमारी अभी शादी नहीं हुई है। लेकिन हम कुछ दिनों से लिवइन मैं रह रहे है। जिसमें लिखा है कि अपने माता पिता के यहाँ से कोई कीमती गहना या रुपया पैसा नही लायी हूँ और न ही में किसी के निरोध मे बंधन में हूँ।
भविष्य में यदि कोई मुझपर झूठी पुलिस या न्यायालयीन कार्यवाही करे तो वहां भी हमारा यह अभिस्वीकृति पत्र स्वेच्छा वावत कराया हुआ होकर माना जाए और वह झूठी कार्यवाही निरस्त की जाये। हम अभिस्वीकर्तागण स्वेच्छा से चलकर न्यायालय शिवपुरी में आये है और यह अभिस्वीकृति पत्र संपादित कराया है जो वक्त जरूरत काम आये।
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