लालबाजार पुलिस मुख्यालय तक वाम दल संगठनों ने निकाला मार्च, CM-पुलिस कमिश्नर से की इस्तीफे की मांग
सीपीआई(एम) नेता सुजन चक्रवर्ती ने रैली का नेतृत्व करते हुए सीएम ममता बनर्जी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सीएम चाहती हैं कि हम इस दिल दहला देने वाली हत्या को भूल जाए। उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और सजा दी जाएगी।
कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए कई वाम दल समर्थित संगठनों ने लालबाजार में सिटी पुलिस मुख्यालय तक मार्च निकाला। उन्होंने राज्य सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया। रैली के दौरान डीवाईएफआई, एसएफआई और अन्य वाम दल के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल से इस्तीफे की मांग की।
रैली में शामिल लोगों ने बैरिकेड्स को धक्का दिया और लालबाजार के लोहे के गेट को भी पार करने की कोशिश की। उन्होंने हम तब तक शांत नहीं बैठेंगे, जब तक अपराधियों को सजा नहीं मिलती, नारे के साथ मृतक की तस्वीर भी ले रखी थीं। बैरिगेड्स के दूसरी तरफ पुलिस और आरएएफ खड़े थे।
सीपीआई(एम) नेता सुजन चक्रवर्ती ने रैली का नेतृत्व करते हुए सीएम ममता बनर्जी की आलोचना की। उन्होंने कहा, "सीएम चाहती हैं कि हम इस दिल दहला देने वाली हत्या को भूल जाए। उन्हें इस बात की चिंता नहीं है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और सजा दी जाएगी। उन्हें केवल आशा है कि लोग इस घटना को भूल जाएंगे। बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन समापत हो जाएंगे और लोग सुरक्षा की चिंताओं को नजरअंदाज कर देंगे।"
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, "यह बहुत शर्मनाक है कि जब ममता बनर्जी को इस्तीफा देना चाहिए, तब वह आरोप लगा रही हैं। वह कह रही हैं कि यह सब षड़यंत्र है। आज सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एफआईआर दर्ज कराने में 14 घंटे की देरी हुई है। तो क्या यह सुप्रीम कोर्ट का षड़यंत्र है? उन्हें पद पर रहने का कोई अधिकारी नहीं है।"
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना नौ अगस्त की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। आठ अगस्त को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे उसने अपने दोस्तों के साथ डिनर किया। इसके बाद से महिला डॉक्टर का कोई पता नहीं चला। घटना के दूसरे दिन सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ। घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद किया गया। पोस्टमॉर्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। जूनियर महिला डॉक्टर का शव गद्दे पर पड़ा हुआ था और गद्दे पर खून के धब्बे मिले। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि मृतक महिला डॉक्टर के मुंह और दोनों आंखों पर था। गुप्तांगों पर खून के निशान और चेहरे पर नाखून के निशान पाए गए। होठ, गर्दन, पेट, बाएं टखने और दाहिने हाथ की उंगली पर चोट के निशान थे।
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