रूस में आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 तक पहुंची, 15 पुलिसकर्मी शामिल
रूस आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 तक पहुंची, 15 पुलिसकर्मी शामिल; 12 लोग घायल।
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मॉस्को (आरएनआई) रूस के दागेस्तान में यहूदी धर्म स्थल और चर्च पर हुए आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। अल जजीरा ने रूस की जांच समिति का हवाला देते हुए यह जानकारी दी है। इसके बाद रूस के उत्तरी काकेशस क्षेत्र दागेस्तान में तीन दिन का शोक घोषित किया गया है।
इस हमले में 15 पुलिस अधिकारी मारे गए हैं, जबकि एक पुजारी सहित कई नागरिकों की जान चली गई। हमले में 12 लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक जवाबी कार्रवाई में 5 हमलावर भी मारे गए हैं। रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च ने जानकारी देते हुए बताया कि आर्कप्रीस्ट निकोलाई कोटेलनिकोव को भी डब्रेंट में क्रूरता पूर्वक मार दिया गया।
रविवार को रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च के पेंटेकोस्ट में त्योहार के दिन बंदूकधारियों ने डर्बेंट और माखचकाला शहरों में चर्च, यहूदियों के धर्म स्थल और पुलिस चौकी पर हमला किया दिया था।
हमलों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। अधिकारियों ने एक आतंकवादी अधिनियम के आरोप में एक आपराधिक जांच शुरू की। इससे पहले देर रात आई विदेशी मीडिया की शुरुआती खबर में इसे आतंकी हमला बताया गया। फायरिंग में चर्च के पादरी और पुलिसकर्मी समेत सात लोगों की मौत की खबर आई थी। अब मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 16 हो चुका है। वहीं, हमलावरों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के दौरान रूस के सुरक्षाबलों ने कई हमलावरों को मार गिराया।
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी Tass ने कानून प्रवर्तन सूत्रों के हवाले से बताया कि दागेस्तानी के एक अधिकारी को हमलों में उनके बेटों की संलिप्तता को लेकर हिरासत में लिया गया है।
मेलिकोव ने कहा कि क्षेत्र में स्थिति कानून प्रवर्तन और स्थानीय अधिकारियों के नियंत्रण में है। उन्होंने कसम खाई कि हमलों की जांच तब तक जारी रहेगी जब तक कि आतंकवादियों का पता नहीं चल जाता। उन्होंने बिना सबूत दिए दावा किया कि हमलों की तैयारी विदेश से की गई हो सकती है।
क्रीमिया पर हुए हमले को लेकर रूस के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक वक्तव्य में कहा कि रविवार को हुए हमले के पीछे ब्रिटेन और अमेरिका का हाथ है। मंत्रालय ने अपने वक्तव्य में कहा कि इन भयानक अपराधों में अमेरिका-ब्रिटेन की संलिप्तता किसी भी संदेह से परे है। अपराधों का जवाब निश्चित रूप से दिया जाएगा। बयान में कहा गया कि 23 जून को यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन के समर्थन से सेवस्तोपोल में रूसी नागरिकों पर एक जघन्य आतंकी हमला किया।
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