'रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल कर सकेगा यूक्रेन', बाइडन बोले- प्रतिबंध हटाने पर काम जारी
राष्ट्रपति बाइडन मंगलवार को व्हाइट हाउस से न्यूयॉर्क के लिए निकल रहे थे। इस दौरान संवाददाताओं ने उनसे रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सवाल किए। यह पूछे जाने पर कि क्या वह यूक्रेन द्वारा लंबी दूरी के हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा देंगे। इसके जवाब में बाइडन ने कहा, 'हम अभी इस पर काम कर रहे हैं।
वाशिंगटन (आरएनआई) रूस के खिलाफ यूक्रेन जल्द ही लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल कर सकेगा। इसके संकेत अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों पर प्रतिबंध हटाने पर काम किया जा रहा है।
राष्ट्रपति बाइडन मंगलवार को व्हाइट हाउस से न्यूयॉर्क के लिए निकल रहे थे। इस दौरान संवाददाताओं ने उनसे रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सवाल किए। यह पूछे जाने पर कि क्या वह यूक्रेन द्वारा लंबी दूरी के हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा देंगे। इसके जवाब में बाइडन ने कहा, 'हम अभी इस पर काम कर रहे हैं।
बाइडन ने कहा, यूक्रेन को रूस के खिलाफ लंबी दूरी की अमेरिका निर्मित मिसाइलों का उपयोग करने के लिए अधिकृत करने की संभावना पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईरान मॉस्को को मिसाइलें दे रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के दो साल पूरे हो चुके हैं। 24 फरवरी 2022 को इन दो देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था जो अभी तक जारी है। दो साल की लड़ाई में दोनों देशों में बहुत कुछ बदल चुका है। इस युद्ध ने हजारों लोगों की जान ले ली, लाखों लोग विस्थापित हुए, परिवारों और समुदायों को तोड़ दिया और अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया। यह खूनी जंग रुकेगी, इसके भी कोई संकेत नहीं हैं। युद्ध की शुरुआत से रूस पर पाबंदियों का दौर जारी है। इसके बाद भी रूस अपने कदम पीछे करने को तैयार नहीं है।
23 फरवरी 2022 की रात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन का एलान किया। चंद घंटे बाद यानी 24 फरवरी की तड़के सुबह अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के शहरों में हवाई हमले होने लगे। रूस के इस हमले से पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया। उधर यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू की।
रूस-यूक्रेन शुरू होने बाद के दो वर्षों में दोनों पक्षों को भारी नुकसान हुआ है। पेंटागन का अनुमान है कि कम से कम 70,000 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं और इससे दोगुने घायल हुए हैं।
युद्ध में रूस को भी चौतरफा नुकसान झेलना पड़ा है लेकिन इसके नुकसान की बेहद ही कम रिपोर्ट हैं। पेंटागन का अनुमान है कि लगभग तीन लाख रूसी सैनिक घायल हुए हैं, जिनमें से 60,000 सैनिक मारे गए हैं। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय का अनुमान है कि 2022 की तुलना में 2023 में रूस में मृतकों की संख्या बढ़ी है। इस अवधि में रूसी हताहतों की औसत दैनिक संख्या लगभग 300 प्रति दिन बढ़ी है। ऐसा ही हाल रहा तो 2025 के अंत तक रूस में पांच लाख लोग मारे जाएंगे और घायल होंगे।
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