राष्ट्रिय लोक अदालत में 267549 वादों का निस्तारण
मथुरा, (आरएनआई) जनपद न्यायालय मथुरा में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्री आशीष गर्ग द्वारा की गई। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री आशीष जैन, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण श्री राकेश कुमार त्रिपाठी, अध्यक्ष उपभोक्ता फोरम श्री नवनीत कुमार, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत श्री विमल प्रकाश शुक्ला, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्रीमती नीरू शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री उत्सव गौरव राज सहित समस्त न्यायिक अधिकारी, कर्मचारी, अधिवक्ता, बैंक/मोबाइल / फाइनेन्स कम्पनियों के अधिकारी, वादकारी, पराविधिक स्वयंसेवक आदि उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश श्री आशीष गर्ग द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में जिला मुख्यालय, कलेक्ट्रेट, तहसील स्तर पर कुल 328436 वाद निस्तारण हेतु नियत किये गये, जिनमें से 267549 वादों का निस्तारण किया गया।
श्री आशीष गर्ग, जनपद न्यायाधीश, मथुरा द्वारा 32 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।
श्री आशीष जैन, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, मथुरा द्वारा 27 पारिवारिक वाद तथा श्री अरविन्द कुमार शुक्ला, अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, मथुरा द्वारा 57 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। वैवाहिक वादों से सम्बंधित गठित पीठ द्वारा प्री-लिटिगेशन प्रार्थनापत्रों में 06 प्रार्थनापत्रों का निस्तारण किया गया।
मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों में श्री राकेश कुमार त्रिपाठी, पीठासीन अधिकारी, मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर न्यायाधिकरण, मथुरा द्वारा मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों से सम्बंधित 69 वादों का निस्तारण कर मु0 5,29,39,000/- रूपये की प्रतिकर राशि पीड़ित पक्षकारों को दिलाये जाने के आदेश पारित किये गये तथा 06 प्रकीर्ण वादों का निस्तारण किया गया।
फौजदारी न्यायालयों द्वारा फौजदारी से सम्बंधित 29818 वादों का निस्तारण कर मु० 16,32,469/- रूपये का अर्थदण्ड वसूला गया।
चैक बाउन्स के वादों से सम्बंधित 65 वादों का निस्तारण कर मु० 1,93,72,136/- रूपये का भुगतान पक्षकारों को करने के आदेश पारित किये गये।
91 व्यवहारिक वाद, 88 विद्युत अधिनियम वाद, 98 विद्युत अधिनियम अंतिम आख्या, 181 अंतिम आख्या, 30 उपभोक्ता फोरम वाद, 06 आर्बिट्रेशन वाद तथा 25 अन्य प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों, मोबाइल कम्पनियों द्वारा निस्तारण हेतु लगाये गये प्री-लिटिगेशन वादों में 489 वादों का निस्तारण कर 6,33,36,008/- रूपये वसूले गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में उपस्थित बैंकों / मोबाइल व फाइनेन्स कम्पनियों की स्टॉलों पर जनपद न्यायाधीश द्वारा जाकर पक्षकारों को व्यक्तिगत रूप से सुना गया तथा पक्षकारों के मामलों के निस्तारण हेतु उपस्थित बैंक अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये। जिला व तहसील स्तर पर स्थापित प्रशासनिक न्यायालयों/विभागों द्वारा प्री-लिटिगेशन स्तर पर 236461 वादों का निस्तारण किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के अंत में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा श्रीमती नीरू शर्मा द्वारा उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया गया।
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