वीर अब्दुल हमीद का 58 वां शहीद दिवस मनाया गया
शाहाबाद हरदोई । १९६५ भारत - पाकिस्तान युद्ध के महानायक परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का ५८ वां शहीद दिवस अंजुमन इदरीसिया द्वारा नसीम अहमद के आवास पर मनाया गया। इस मौके पर नसीम अहमद ने १९६५ के युद्ध का उल्लेख करते हुए कहा कि हिम्मत और हौसला मजबूत है तो हारा हुआ युद्ध भी जीता जा सकता है। १९६५ में पाकिस्तान ने खेमकरन के रास्ते से अमेरिका निर्मित पैटन टैंक के भारी जखीरे के साथ भारत पर हमला कर दिया। पाकिस्तान के मनसूबे को समझने में अब्दुल हमीद को देर न लगी। अपनी जीप को एक टीले के सहारे रोक कर पाकिस्तान के पैंटन टैंक को भारत की सीमा में घुसते ही ऊनपर गोली वारी करने लगे। जिससे पाकिस्तान सेना मे भगदड़ मच गयी पहले ही दिन वीर अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के 4 पैंटन टैंक नष्ट कर दिए। दूसरे दिन 3 पैटन टैंक नष्ट हुए। जिससे पाकिस्तान सेना बौखला गयी। पाकिस्तान सेना का एक जवान जो कि पैटन टैंक पर था। उसकी नज़र वीर अब्दुल हमीद कि माऊनटेन जीप पर पड़ी और उसने गोला दाग़ दिया जो कि जीप पर आकर गिरा, जिससे जीप के परखच्चे उड़ गए और भारत का वीर सपूत अब्दुल हमीद वीरगति को प्राप्त हुऐ। भारत - पाकिस्तान युद्ध मे वीर अब्दुल हमीद शहीद हो गये लेकिन उनके द्वारा 7 पैटन टैंक नष्ट होने से युद्ध का रुख पलट गया और भारत ने पाकिस्तान सेना पर मनोविज्ञानिक बढ़त हासिल कर पाकिस्तान को बहुत बुरी तरह परास्त किया। इस प्रोग्राम मे अंजुमन इदरीसिया के तहसील अध्यक्ष नसीम अहमद, हसन अख्तर,मो• आरिफ इदरीसी, रामप्रकाश, मो• अजीम, रामचंद्र गुप्ता, शाहिद खाँ छात्र नेता, अहसान खाँ, संतोष यादव, दिलीप यादव, मोo अलाउद्दीन, जावेद हुसैन आदि लोग मौजूद रहे।
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